इस्लामाबाद : अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) कोरोना वायरस संकट के चलते गहराती आर्थिक मंदी के मद्देनजर पाकिस्तान को 1.4 अरब अमेरिकी डॉलर का कर्ज देने पर विचार करने को तैयार हो गया है। इससे पाकिस्तान को अपने विदेशी मुद्रा भंडार को बढ़ाने में मदद मिलेगी। पाकिस्तान ने भुगतान संतुलन के संकट को खत्म करने के लिए आईएमएफ के साथ पिछले साल जुलाई में छह अरब डॉलर के राहत पैकेज पर दस्तखत किए थे। आईएमएफ की ओर दिया जाना वाला यह कर्ज इस पैकेजे के अतिरिक्त होगा।
अगले सप्ताह हो सकता है ऋण पर विचार
एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने सोमवार को बताया कि आईएमएफ ने इसके लिए 16 अप्रैल को अपने कार्यकारी बोर्ड की बैठक बुलाई है, जिसमें पाकिस्तान को 1.4 अरब डॉलर के ऋण विस्तार पर विचार किया जाएगा। पाकिस्तान ने कोरोना वायरस महामारी के प्रतिकूल प्रभावों से निपटने के लिए मार्च में आईएमएफ से त्वरित वित्तपोषण साधन (आरएफआई) के तहत कम लागत वाले ऋण के लिए अनुरोध किया था। रिपोर्ट में आईएमएफ की स्थानीय प्रतिनिधि टेरेसा डाबन सांचेज के हवाले से कहा गया है कि अनुरोध मिलने के बाद हम पाकिस्तानी अधिकारियों के साथ काम कर रहे हैं। पाकिस्तान को 1.4 अरब अमेरिकी डॉलर का वितरण अगले सप्ताह हो सकता है।
इमरान खान ऋण राहत पर की है अपील
आरएफआई का इस्तेमाल आईएमएफ के सदस्य देशों को तत्काल वित्तीय सहायता मुहैया कराने के लिए किया जाता है। सांचेज ने कहा कि आईएमएफ पाकिस्तान के वित्त मंत्रालय के साथ काम कर रहा है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि पाकिस्तान के पास इस कठिन समय से निकलने के लिए पर्याप्त धन साधन हों। इस बीच पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कोरोना वायरस महामारी के विनाशकारी प्रभावों को दूर करने के लिए पाकिस्तान जैसे विकासशील देशों की मदद के लिए ऋण राहत पर वैश्विक पहल की अपील की है।
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