रिपोर्ट में खुलासा, लेनदेन के लिए UPI बना लोगों की पहली पसंद

बिजनेस
डिंपल अलावाधी
Updated Jun 28, 2022 | 18:08 IST

Online Transactions: आंकड़ों से पता चलता है कि कई ग्राहक अभी भी उच्च मूल्य के लेनदेन के लिए अपने क्रेडिट कार्ड का ही इस्तेमाल करना पसंद करते हैं।

India transactions through various payment modes from January to March period
UPI के जरिए लेनदेन की मात्रा लगभग दोगुनी: रिपोर्ट (Pic: iStock) 
मुख्य बातें
  • इस दौरान नेट बैंकिंग या इंटरनेट ब्राउजर आधारित लेनदेन 1 अरब से अधिक थे।
  • 2022 Q1 में यूजर्स ने 15.6 अरब मोबाइल आधारित पेमेंट किए।
  • इस दौरान नेट बैंकिंग या इंटरनेट ब्राउजर आधारित लेनदेन 1 अरब से अधिक थे।

नई दिल्ली। भारत में ऑनलाइन पेमेंट लगातार बढ़ रहा है। साल 2022 की पहली तिमाही यानी जनवरी से मार्च के दौरान देश में विभिन्न पेमेंट मोड के माध्यम से कुल 10.25 ट्रिलियन रुपये के 9.36 अरब लेनदेन हुए। इनमें डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, मोबाइल वॉलेट, समेत अन्य मोड शामिल हैं। एक रिपोर्ट में कहा गया कि लेनदेन के लिए यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) लोगों की पहली पसंद बना। 

UPI के माध्यम से हुआ इतना लेनदेन
साल 2022 की पहली तिमाही में UPI के माध्यम से 26.19 लाख करोड़ रुपये के 14.55 अरब से ज्यादा लेनदेन हुए। पिछले साल की तुलना में यूपीआई के जरिए लेनदेन की मात्रा लगभग दोगुनी हुई है। पेमेंट इंडस्ट्री में ग्लोबल लीडर वर्ल्डलाइन की रिपोर्ट के अनुसार, मात्रा के लिहाज से लेनदेन का आंकड़ा साल 2021 की समान अवधि से करीब 99 फीसदी ज्यादा है। साल 2021 की पहली तिमाही की तुलना में मूल्य के हिसाब से यह 90 फीसदी से भी ज्यादा है।

आरबीआई ने दी बड़ी खुशखबरी, जल्दी ही क्रेडिट कार्ड से भी कर पाएंगे UPI पेमेंट

पहली तिमाही तक, वॉल्यूम के मामले में टॉप यूपीआई ऐप फोनपे, गूगल पे, पेटीएम पेमेंट्स बैंक ऐप, अमेजन पे, एक्सिस बैंक ऐप थे जबकि टॉप PSP यूपीआई प्लेयर यस बैंक, एक्सिस बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, एचडीएफसी बैंक और पेटीएम पेमेंट्स बैंक थे। मार्च 2022 तक टॉप UPI ऐप्स में, फोनपे, गूगल पे और पेटीएम का UPI लेनदेन की मात्रा में 94.8 फीसदी और UPI लेनदेन मूल्य में 93 फीसदी हिस्सा रहा।

क्रेडिट-डेबिट कार्ड का इतना रहा हिस्सा
क्रेडिट कार्ड का लेनदेन में 7 फीसदी हिस्सा रहा, लेकिन मूल्य में इसका हिस्सा 26 फीसदी था। लेनदेन में डेबिट कार्ड का 10 फीसदी योगदान रहा, लेकिन मूल्य में इसका योगदान 18 फीसदी रहा। यूपीआई के बढ़ने की वजह से इसके वॉल्यूम में गिरावट आई है।

आप भी करते हैं UPI का इस्तेमाल? तो इन बातों का रखें ध्यान, वरना होगे फ्रॉड के शिकार

Times Now Navbharat पर पढ़ें Business News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।

अगली खबर