India's First Seaplan : भारत का पहला सीप्लेन 31 अक्टूबर को साबरमती रिवरफ्रंट से भरेगा उड़ान

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Updated Oct 26, 2020 | 14:05 IST

भारत का पहला सीप्लेन साबरमती रिवरफ्रंट से स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के बीच उड़ान भरेगा। यह करीब 250 किलोमीटर के रूट पर सेवा प्रदान करेगा।

India's first seaplan to fly from Sabarmati riverfront on 31 October, service will begin to Statue of Unity
सीप्लेन  |  तस्वीर साभार: BCCL
मुख्य बातें
  • भारत की पहली सी-प्लेन सेवा साबरमती रिवरफ्रंट से स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के बीच शुरू होगी
  • सीप्लेन करीब 250 किलोमीटर के मार्ग पर सेवा प्रदान करेगा
  • पीएम मोदी एक बार साबरमती रिवर फ्रंट से अहमदाबाद के लिए सीप्लेन से उड़ान भर चुके हैं

नई दिल्ली : भारत की पहली सी-प्लेन सेवा 31 अक्टूबर को साबरमती रिवरफ्रंट से स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के बीच शुरू होने वाली है। केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया ने इसकी जानकारी दी है। विमानन सेवा प्रदाता कंपनी स्पाइसजेट इसके लिए मालदीव से एक सीप्लेन खरीद रही है, जिसके 26 अक्टूबर तक आजाने की संभावना है। यह सीप्लेन करीब 250 किलोमीटर के मार्ग पर सेवा प्रदान करेगा। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार साबरमती रिवर फ्रंट से अहमदाबाद के लिए सीप्लेन से उड़ान भर चुके हैं।

साबरमती रिवरफ्रंट से स्टैच्यू ऑफ यूनिटी तक सेवा की शुरुआत

नौवहन मंत्री मंडाविया ने कहा कि साबरमती रिवरफ्रंट से स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के लिए भारत की पहली सीप्लेन सेवा की शुरुआत 31 अक्टूबर से होने की उम्मीद है। यह देश के लिए एक नई शुरुआत होगी। इसके लिए दोनों छोर पर बुनियादी संरचना तैयार है। उन्होंने कहा कि स्पाइसजेट मालदीव से एक सीप्लेन खरीदने की प्रक्रिया में है, जो 26 अक्टूबर को आ जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार की उड़ान योजना के तहत स्पाइसजेट को फायदे भी दिए जाएंगे। मंत्री ने कहा कि एक बार शुरू हो जाने के बाद इस मुहिम से पर्यटन को काफी फायदा मिलेगा।

गुजरात सरकार ने इस साल जुलाई में सीप्लेन सेवा के लिए क्षेत्रीय संपर्क योजना के तहत चार जल एयरोड्रमों के निर्माण के लिए केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय और भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) के साथ त्रिपक्षीय समझौते में एक प्रस्ताव को मंजूरी दी थी।

सीप्लेन के बारे में जानिए

एक वाटर एयरोड्रम या सीप्लेन बेस खुले पानी का एक ऐसा क्षेत्र होता है, जिसका उपयोग सीप्लेन, फ्लोट-प्लेन और एम्फीबियस विमानों द्वारा लैंडिंग और टेक ऑफ के लिए किया जाता है। अहमदाबाद में साबरमती रिवरफ्रंट, नर्मदा जिले के केवडिया में सरदार सरोवर बांध, भावनगर जिले के पालीताना में शतरुंजी बांध और मेहसाणा जिले के धौरी बांध में वाटर एयरोड्रम की योजना बनायी गयी थी।

देश में 16 सीप्लेन रूट पहचाने गए

मंडाविया ने हाल ही में भारत में सीप्लेन परियोजनाओं की समीक्षा की थी। साबरमती और सरदार सरोवर  स्टैच्यू ऑफ यूनिटी मार्ग देश में पहचाने गए 16 सीप्लेन मार्गों में शामिल हैं। सरकार के अनुसार इस मार्ग के हाइड्रोग्राफिक सर्वेक्षण पूरे हो चुके थे। मंडाविया ने कहा कि इस सेवा के शुभारंभ के बाद गुवाहाटी, अंडमान निकोबार और यमुना से उत्तराखंड में टप्पर बांध सहित विभिन्न मार्गों पर नियमित सेवा की योजना बनाई गई है।

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