Inflation in Service Sector:बदलती लाइफ स्टाइल ने अब महंगाई को भी बदल दिया है। अब बात केवल रोटी,कपड़ा और मकान तक सीमित नहीं है। महंगाई का झटका इंटरनेट बिल (Internet Bill), लॉन्ड्री, सिनेमा टिकट (Movie Ticket), एंटरटेनमेंट, टैक्सी, ऑटो रिक्शा किराया, स्कूल बस (School Bus) , प्लेन के इकोनॉमी क्लॉस के किराए तक पर सीधा असर हुआ है। हालत यह है कि कई सेवाओं की महंगाई दर पिछले 6 महीने से रेड निशान पर है। और उनकी कीमतें 25 फीसदी की महंगाई दर पर पहुंच गई हैं। इसका खुलासा क्रिसिल की एक रिपोर्ट में हुआ है। हालांकि अच्छी बात यह है कि कई जरूरी सेवाओं की कीमतों में कोरोना का असर अब कम दिख रहा है। जिसकी वजह से आने वाले दिनों में सेवाओं की महंगाई दर में कमी आस सकती है।
क्या कहती है रिपोर्ट
क्रिसिल द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट के अनुसार सेवा क्षेत्र के तहत 30 प्रमुख सेवाओं में 14 सेवाएं अभी भी रेड निशान पर हैं। यानी सामान्य स्तर की तुलना में इन सेवाओं की महंगाई दर सबसे ज्यादा है। इसमें इकोनॉमी क्लॉस में हवाई सफर पर सबसे ज्यादा महंगाई का असर दिख रहा है। जहां पर खुदरा महंगाई दर नवंबर 2021-अप्रैल 2022 के दौरान 25.9 फीसदी पहुंच गई है। इसी तरह सिनेमा टिकट की कीमतें 11.4 फीसदी, मोबाइल चार्ज का खर्च 8.6 फीसदी, घरेलू नौकर या कुक रखने का खर्च 8.6 फीसदी, होटल में रहने का खर्च 11.3 फीसदी, स्वास्थ्य सेवाएं 7.1 फीसदी और इंटरनेट खर्च 7.0 फीसदी बढ़ गया है।
सेवाएं | महंगाई (नवंबर 2021-अप्रैल 2022) फीसदी में |
सिनेमा | 11.4 |
होटल | 13.0 |
टैक्सी-ऑटो-रिक्शा किराया | 7.1 |
स्कूल बस, वैन | 7.2 |
इंटरनेट खर्च | 7.0 |
स्वास्थ्य सेवाएं | 7.1 |
मोबाइल चार्ज | 8.6 |
कपड़ो की धुलाई, प्रेस, लॉन्ड्री | 6.3 |
घरेलू नौकर, रसोइया | 8.6 |
सेवाएं | 6.0 |
अन्य इंटरटेनमेंट | 6.2 |
स्टीमर, बोट किराया | 10.6 |
हवाई किराया इकोनॉमी क्लॉस | 25.9 |
अन्य उपभोक्ता सेवाएं | 6.7 |
Source: Crisil
इन सेवाओं की महंगाई में कमी का दिखेगा असर
रिपोर्ट के अनुसार अच्छी बात यह है कि सेवा क्षेत्र में मंथली मेंटनेस चार्ज, घर और गैरेज का किराया, शिक्षा का खर्च, पानी पर शुल्क, गार्ड रखने के खर्च पर महंगाई अब हरे निशान पर है। जिसका असर आने वाले दिनों में सेवा क्षेत्र की सभी सेवाओं पर दिखेगा और महंगाई में कमी आ सकती है।
सेवाएं | महंगाई (नवंबर 2021-अप्रैल 2022) फीसदी में |
मंथली मेंटनेंस चार्ज | 1.6 |
घर और गैराज का किराया | 3.4 |
शिक्षा | 3.5 |
पानी का खर्च | 3.9 |
रेलवे किराया | 2.5 |
Source: Crisil
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महंगाई ने बनाया रिकॉर्ड
इसके पहले अगर कुल महंगाई की बात करें तो अप्रैल में रिटेल महंगाई दर ने आठ साल का रिकॉर्ड तोड़ है। अप्रैल में रिटेल महंगाई दर 7.79 फीसदी पर रही थी। इसी तरह खुदरा महंगाई दर भी रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई । अप्रैल के महीने में वह 15.1 फीसदी पर पहुंच गई। पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतें, सब्जियों , खाद्य तेल, कपड़ो सहित सभी अहम चीजों के बढ़ते दाम ने कीमतों में बढ़ोतरी कर दी है। जिसका असर लोगों की जेब पर सीधे तौर पर हो रहा है।
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