J.K. Rowling: हैरी पॉटर, एक ऐसा खास किरदार जिसे दुनियाभर के लोगों ने पसंद किया। हर वर्ग, हर उम्र के लोगों के बीच जाना पहचाना नाम. इसे बनाया था जेके रोलिंग ने। आज उन्ही का 57वां जन्मदिन है। उनका नाम विश्व के दिग्गज लेखकों में आता है। लेकिन लोकप्रियता के पीछे हैं उनके संघर्ष की अनसुनी कहानी। जेके रोलिंग ने अपने जीवन में बहुत ठोकरे खाईं। आपको जानकार हैरानी होगी कि उनको इसी किरदार के लिए बहुत तिरस्कार झेलना पड़ा। आइए जानते हैं कि कैसे उन्होंने इस किरदार को बनाया और हर जगह से रिजेक्ट किए जाने वाले उनके इस आईडिया ने उन्हें अरबपति बना दिया ।
ये बात 90 के दशक की है। जेके रोलिंग लाइफ के सबसे बुरे दौर से गुज़र रही थी। अपनी मां के निधन के बाद वो पूरी तरह टूट चुकी थी। उन्होंने इंग्लैंड छोड़कर पुर्तगाल जाने का फैसला किया। वहां उन्हें अपना लाइफ पार्टनर मिला और जिंदगी आगे बढ़ गयी। लेकिन जब वो गर्भवती हुईं तो उनके पार्टनर ने जेके रोलिंग को छोड़ दिया। अब पूरी तरह से टूट चुकी जेके रोलिंग गहरे डिप्रेशन का शिकार हुईं। उन्हें लगने लगा कि यही जिंदगी का अंत है। अवसाद के इसी समय में वो कल्पना करती हैं एक पूरी तरह से अलग जादुई दुनिया की।
फिर इस कहानी में एंट्री होती है एक किरदार की और वो किरदार पूरी कहानी की बदल कर रख देता है। जिस जादुई दुनिया की वो कल्पना करती हैं वही आगे चलकर बनता है हॉगवर्ड्स, जहां पर हैरी पॉटर और उसके तमाम साथी पढ़ने जाते हैं। इसी हॉगवर्ड्स के इर्द-गिर्द वो अपनी पूरी कहानी लिखती हैं। लेकिन जब जेके रोलिंग अपनी नॉवेल का आईडिया लेकर प्रकाशकों के पास जाती है वो सभी उन्हें बेरंग लौटा देते हैं।
सबसे पहले साल 1997 में आई नावेल 'हैरी पॉटर एंड द फिलॉस्फर्स स्टोन', जो आते ही बेस्टसेलर बन गई.फिर साल 1998 में इस किताब का दूसरा पार्ट आया वो भी सुपर हिट साबित हुआ। इसके बाद जेके रोलिंग ने 1 मिलियन डॉलर में अपनी 4 किताबों के सभी राइट्स वॉर्नर ब्रदर्स को बेच दिए। सभी 7 किताबों की 400 मिलियन कॉपी दुनियाभर की 60 भाषाओं में बिक चुकी हैं
हैरी पॉटर को दुनिया भर में नाम दिलाया उसकी मूवीज ने। इस सीरीज के अब तक 7 नॉवेल आ चुके हैं, जिसपर पर आठ फिल्में बन चुकी हैं। सबसे पहले आई साल 2001 में 'हैरी पॉटर एंड द फिलॉसफर्स स्टोन', फिर साल 2002 में आई 'हैरी एंड द चेंबर ऑफ सीक्रेट्स', साल 2004 में 'हैरी पॉटर एंड द प्रिजनर ऑफ अज्काबान', साल 2005 में 'हैरी पॉटर एंड गोल्बेट ऑफ फायर', साल 2007 में 'हैरी पॉटर एंड ऑर्डर ऑफ फीनिक्स', साल 2009 में 'हैरी पॉटर एंड द हाफ ब्लड ऑफ प्रिंस और आखिरी दो भाग साल 2010 और दूसरा पार्ट 2011 में हैरी पॉटर एंड द डेथली हैलोज आया। सभी आठ फिल्मों का 1.2 बिलियन डॉलर का बजट था, दुनिया भर में इन सभी फिल्म ने 7.7 बिलियन डॉलर से ज्यादा की कमाई की।
हाल ही में किताब के पहले वर्शन का ऑक्शन हुआ अमेरिका में हुआ था। जिसमें शुरुआती बोली 75 हजार डॉलर्स राखी गई थी। लेकिन आपको जानकार हैरानी होगी कि ये 4,71,000 डॉलर यानी करीब 3 करोड़ 56 लाख रुपये से ज्यादा क कीमत पर बिकी। इसके साथ ये 20वीं सदी की सबसे महंगी बिकने वाली किताब बन गई।
एक समय जो जेके रोलिंग एक-एक पैसे को तरसती थी, वह देखते ही देखते अरबपति बन गई और इतना ही नहीं इंग्लैंड के शीर्ष दस धनी लोगों में उनका नाम शुमार होने लगा। रिपोर्ट्स के अनुसार जेके रोलिंग की नेट वर्थ करीब 1 बिलियन डॉलर्स है। उनकी कहानी हमें ये सिखाती है कि जीवन में उतार हैं तो चढ़ाव भी हैं। बुरे समय में धैर्य बनाकर रखें और अच्छे समय की प्रतीक्षा में नए सृजन पर अपना ध्यान बनाएं रखें।
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