दिवाली से पहले, सरकार ने गैर-केंद्र सरकार के कर्मचारियों को एलटीसी कैश वाउचर योजना पर इनकम टैक्स लाभ बढ़ा दिया है, जिसमें प्राइवेट सेक्टर के कर्मचारी भी शामिल हैं। यह प्राइवेट सेक्टर के कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर है। अपने बयान में सरकार ने कहा है कि COVID-19 महामारी और देशव्यापी लॉकडाउन के चलते परिवहन और सर्विस सेक्टर में व्यवधान, सोशल डिस्टेंसिंग के चलते अधिकांश कर्मचारियों 2018-21 के वर्तमान ब्लॉक में यात्रा रियायत (एलटीसी) का लाभ उठाने में असमर्थ रहे।
एलटीसी कैश वाउचर स्कीम में कवर नहीं किए गए अन्य कर्मचारियों (यानी गैर-केंद्र सरकारी कर्मचारियों) को लाभ प्रदान करने के लिए एलटीसी किराया के बराबर कैश भुगतान के लिए एक समान इनकम टैक्स छूट प्रदान करने का फैसला लिया गया है। इसके अनुसार, गैर-केंद्र सरकार के कर्मचारियों को डीम्ड एलटीसी किराया प्रति व्यक्ति (राउंड ट्रिप) के रूप में अधिकतम 36,000 रुपए प्रति व्यक्ति के हिसाब से कैश भत्ते का भुगतान, शर्तों की पूर्ति के साथ इनकम टैक्स में छूट की अनुमति दी जाएगी। साथ ही गुड्स और सेवाओं को डिजिटल मोड के माध्यम से खरीदना होगा और कर्मचारियों को रसीद प्राप्त करनी होगी जो कि विक्रेता के जीएसटी नंबर और भुगतान की गई जीएसटी संख्या बताती है।
डेलोइट के पार्टनर सरस्वती कस्तूरीरंगन ने कहा कि प्रति व्यक्ति अधिकतम डीम्ड एलटीसी किराया 36,000 रुपए है, जिसमें चार परिवार वाले व्यक्ति के लिए अधिकतम 144,000 रुपए की कटौती होगी। यह 42.74% के अधिकतम सीमांत दर पर 61,556 रुपए का टैक्स लाभ में बदल सकता है। इस टैक्स लाभ को उठाने के लिए, कर्मचारी को उन वस्तुओं या सेवाओं की खरीद पर पात्र राशि का तीन गुना खर्च करना होगा जो डिजिटल मोड के जरिये से जीएसटी रजिस्टर्ड विक्रेताओं/सेवा प्रदाताओं से 12% से कम की जीएसटी दर की खरीद नहीं होनी चाहिए।
इसलिए, यदि हम मान लें कि कोई व्यक्ति एलटीसी के रूप में 144,000 रुपए का दावा कर सकता है और 42.74% (30% स्लैब दर, 37% सरचार्ज और 5 करोड़ रुपये से अधिक आय पर 4% उपकर समेत) के उच्चतम टैक्स दायरे में आता है, तो वह टैक्स में 61,551 रुपए का बचत कर सकता है। लेकिन अगर वह 61,551 रुपए का टैक्स बचाना चाहता है तो उस स्थिति में व्यक्ति को 4,32,000 (1,44,000 X3) रुपए खर्च करने होंगे। दूसरी ओर, यदि आप प्रति माह 5-10 लाख कमाते हैं, तो ऊपर दिए गए उसी तर्क का उपयोग करके, आप 29,952 रुपए की बचत कर पाएंगे।
टाइम्स ऑफ इंडिया ने वित्तीय सलाहकार सूर्य भाटिया के हवाले से बताया कि क्या आप बता सकते हैं जब आप कोविड -19 महामारी के कारण भारी अनिश्चितता में जी रही हैं, तो 10-14 गुना अधिक खर्च कर सकते हैं? आपको 30,000 रुपए का दावा करने के लिए यह क्लेम नहीं करना चाहिए यानी इसका विकल्प नहीं चुनना चाहिए। यदि आपके पास इस साल के बाकी छह महीनों के लिए योजनाबद्ध खर्च है, तो आप इसे अपने लाभ के लिए उपयोग कर सकते हैं।
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