Mukesh Ambani net worth: एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति और भारत की सबसे मूल्यवान कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमेन व मैनेजिंग डायरेक्टर मुकेश अंबानी आज दुनिया के 11वें सबसे अमीर व्यक्ति बन गए हैं। क्योंकि उनकी रियल टाइम नेटवर्थ (रियल टाइम संपत्ति) पहली बार 60 अरब डॉलर के पार पहुंच गई। ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के अनुसार, मुकेश अंबानी का रियल टाइम नेटवर्थ अब 60.3 बिलियन डॉलर (4.58 लाख करोड़ रुपए) है, जो कल की तुलना में 1.16 बिलियन डॉलर अधिक है।
यह बढ़ोतरी इसलिए हुई क्योंकि आरआईएल के शेयर की कीमतें 1,737.95 रुपए के रिकॉर्ड स्तर को छू गई हैं। 1655 रुपए के अपने पिछले क्लोजिंग की तुलना में 5% के करीब बढ़ गई हैं। आरआईएल का बाजार पूंजीकरण अब 11.50 लाख करोड़ रुपए से अधिक है। अपने नेटवर्थ की वृद्धि के साथ, उन्होंने स्पेनिश फैशन रिटेल चेन ज़ारा के संस्थापक और पूर्व चेरमैन अमानसियो ओर्टेगा को पीछे छोड़ दिया। अमानसियो ओर्टेगा की नेटवर्थ अब 59 बिलियन डॉलर है।
मुकेश अंबानी ने आज कहा कि उन्होंने आरआईएल को नेट कर्ज-मुक्त कंपनी बनाने के अपने वादे को 9 महीने पहले पूरा किया है। यह टागरेट 31 मार्च, 2021 था। उन्होंने यह टारगेट 12 अगस्त, 2019 को कंपनी की 42वीं जनरल मीटिंग में सेट किया। अंबानी ने कहा कि मैंने कंपनी के शेयरधारकों से किया वादा पूरा किया। रिलायंस का नेट कर्ज 31 मार्च 2021 की तय अवधि से बहुत पहले जीरो हो गया है। बयान क मुताबिक रिलायंस पर 31 मार्च 2020 तक 1,61,035 करोड़ रुपए का नेट कर्ज था। उन्होंने कहा था कि कंपनी के पास खुद को नेट कर्ज से मुक्त बनाने के लिए अगले 18 महीने की पूरी योजना है।
मुकेश अंबानी ने शुक्रवार को कहा कि पिछले दो महीनों में राइट्स इश्यू और वैश्विक निवेशकों से रिकॉर्ड 1.69 लाख करोड़ रुपए जुटाने के बाद कंपनी का नेट कर्ज जीरो हो गया है। शुक्रवार को अपने बयान में अंबानी ने कहा कि उन्हें अपना वादा पूरा करने की खुशी है। हम अपने शेयरधारकों और सभी हितधारकों की उम्मीद पर बार-बार खरे उतरे हैं, यह रिलायंस के डीएनए में है।
बयान में कहा गया है कि 18 जून को सऊदी अरब के पीआईएफ के 11,367 करोड़ रुपए में जियो प्लेटफॉर्म्स की 2.32% हिस्सेदारी खरीदने के साथ ही कंपनी के साथ वित्तीय सहयोगी जोड़ने का मौजूदा चरण खत्म हो गया है। इस निवेश के साथ ही रिलांयस का नेट कर्ज जीरो हो गया है।
पिछले 58 दिनों में रिलायंस इंडस्ट्रीज ने ग्लोबल टैक्नोलॉजी निवेशकों से 1.15 लाख करोड़ रुपए जुटाए हैं। कंपनी ने यह राशि अपने जियो प्लेटफॉर्म्स लिमिटेड में हिस्सेदारी बेचकर जुटाई है। वहीं 53,124.20 करोड़ रुपए उसने राइट्स इश्यू जारी करके जुटाए हैं। कंपनी ने एक बयान में कहा कि पिछले साल ईंधन मार्केटिंग कारोबार में 49% हिस्सेदारी ब्रिटेन की बीपी को 7,000 करोड़ रुपए में बेचने और हाल में हासिल निवेश से कंपनी ने कुल 1.75 लाख करोड़ रुपए जुटाए हैं।
देश की सबसे बड़ी टेलकॉम कंपनी रिलायंस जियो, जियो प्लेटफॉर्म्स का ही हिस्सा है। कंपनी ने फेसबुक, सिल्वर लेक, विस्टा इक्विटी पार्टनर्स, जनरल एटलांटिक, केकेआर, मुबाडला, एडीआईए, टीपीजी, एल कैटेरटन और पीआईएफ जैसे ग्लोबल टैक्नोलॉजी निवेशकों से 22 अप्रैल 2020 से अब तक 1,15,693.95 करोड़ रुपए जुटाए हैं।
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