नई दिल्ली। पंडित दीनदयाल पेट्रोलियम विश्वविद्यालय के छात्रों को संबोधित किया।जिम्मेदारी की भावना व्यक्ति के जीवन में अवसर की भावना को जन्म देती है। बोझ की भावना से जीने वाले लोग विफल हैं। आज, हम देश के कार्बन पदचिह्न को 30-35% तक कम करने के लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रहे हैं। इस दशक में ऊर्जा जरूरतों के लिए प्राकृतिक गैस के उपयोग को 4 गुना बढ़ाने के प्रयास जारी हैं।
स्पष्ट इरादों के साथ आगे बढ़ें युवा
21 वीं सदी के युवाओं को एक साफ स्लेट, और एक साफ दिल के साथ आगे बढ़ना चाहिए जिसका मतलब स्पष्ट इरादे हैं। पीएम मोदी ने अपने दीक्षांत समारोह के दौरान कहा कि आज, आप ऐसे समय में उद्योग में प्रवेश कर रहे हैं जब महामारी के कारण दुनिया के ऊर्जा क्षेत्र में बड़े बदलाव हो रहे हैं। इस समय, उद्यमिता और रोजगार के विकास के कई अवसर हैं।
पेट्रोलियम सेक्टर में इनोवेशन जरूरी
पीएम मोदी ने कहा कि ऊर्जा के सेक्टर में पेट्रोलियम पर निर्भरता को नकारा नहीं जा सकता है। आज देश के सामने ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए हम बाहरी मुल्कों पर निर्भर हैं। ऐसी सूरत में हमें ऐसे विकल्पों पर विचार करना होगा ताकि बाहरी मुल्कों पर निर्भरता में कमी आए। इसके साथ ही इनोवेशन के जरिए हमें पेट्रोलियम उत्पादों को और बेहतर करना होगा।
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