Petrol/Diesel Price Today: लगातार 11वें दिन बढ़े पेट्रोल-डीजल के दाम, दिल्ली में पहली बार 90 रु के पार पेट्रोल

पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार 11वें दिन बढ़ोतरी हुई। दिल्ली में पेट्रोल 90 रुपए प्रति लीटर के पार पहुंच गई है। जबक देश में कई राज्यों 100 के पार पहुंच गई है। जानिए आपने शहरों के ताजा भाव।

Petrol Diesel Price Today : rise for 11th consecutive day, crossed Rs 90 per liter first time in Delhi
पेट्रोल डीजल के दाम में बढ़ोतरी  |  तस्वीर साभार: BCCL

नई दिल्ली: पेट्रोल की कीमत शुक्रवार (19 फरवरी) को दिल्ली में पहली बार 90 रुपए प्रति लीटर के पार पहुंच गई और डीजल की कीमत ने भी परिवहन ईंधन पर उच्च टैक्स (उत्पाद शुल्क और वैट या मूल्य वर्धित कर) के रूप में एक रिकॉर्ड बनाया। लगातार 11वें दिन तेल मार्केटिंग कंपनियों (ओएमसी) ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी की। आज देश के प्रमुख शहरों में पेट्रोल और डीजल के दाम 27 से 35 पैसे प्रति लीटर बढ़ गए हैं।

आज की बढ़ोतरी के बाद, दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 90.19 रुपए (31 पैसे की बढ़ोतरी) प्रति लीटर हो गई है। गुरुवार को यहां 89.88 रुपए प्रति लीटर थी जबकि इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के आंकड़ों के अनुसार, गुरुवार को डीजल की कीमत 80.27 रुपए प्रति लीटर की तुलना में शुक्रवार को 80.60 रुपए प्रति लीटर हो गई। पिछले 11 दिनों में पेट्रोल के दाम में 3.26 रुपए प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई है, जबकि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में डीजल की दर में 3.81 रुपए प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई है। 

मुंबई में 30 पैसे की वृद्धि के बाद एक लीटर पेट्रोल के लिए 96.62 रुपए का भुगतान करना होगा। एक लीटर डीजल की कीमत 87.67 रुपए है, जो कल के 87.32 रुपए के मूल्य से 35 पैसे अधिक है। कोलकाता में पेट्रोल का दाम 30 पैसे बढ़कर 91.41 रुपए प्रति लीटर हो गया, जो गुरुवार को 91.11 रुपए था। डीजल की कीमत 84.19 रुपए प्रति लीटर हो गया है। चेन्नई में आज पेट्रोल 27 पैसे महंगा हो गया है और 92.25 रुपए प्रति लीटर पर बिक रहा है जबकि डीजल की कीमत 85.63 रुपए हो गई है, जो कल की कीमत 85.31 रुपए प्रति लीटर से 32 पैसे अधिक है।

विभिन्न शहरों में पेट्रोल और डीजल के लेटेस्ट रेट 

बुधवार को पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन (ओपेक) के सदस्यों से कच्चे तेल के उत्पादन को नियंत्रित करने और कीमतों को कम करने के लिए आग्रह किया था। भारत, जो दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल उपभोक्ता है, आयात के माध्यम से अपने तेल की जरूरतों का 85 प्रतिशत से अधिक पूरा करता है।

इससे पहले, कीमतों को कम करने के लिए प्रधान ने किसी भी टैक्स कटौती से इनकार कर दिया था। हालांकि, मंत्री ने स्पष्ट किया कि केंद्र का ऑटो ईंधन दरों से बहुत कम लेना-देना है और कीमतें अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल की कीमत पर निर्भर हैं। अलग-अलग स्थानीय टैक्स और लगाए गए वैट की वजह से पेट्रोल और डीजल की कीमतों की कीमत अलग-अलग होती है।

बुधवार को, जब राजस्थान के श्री गंगानगर और मध्य प्रदेश में पहली बार पेट्रोल ने 100 रुपए का आंकड़ा पार किया था, तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि अगर पहले की सरकारें भारत के ऊर्जा आयात निर्भरता को कम करने पर ध्यान केंद्रित की होतीं तो मध्यवर्ग पर बोझ नहीं पड़ता। भारत ने अपनी 2019-20 जरूरतों को पूरा करने के लिए 85 प्रतिशत तेल और 53 प्रतिशत गैस  आवश्यकताओं का आयात किया। 
 

Times Now Navbharat पर पढ़ें Business News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।

अगली खबर