पेट्रोल-डीजल की लगातार आसमान छूती कीमतों पर केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने एक बार फिर बुधवार (23 जून) को इसके लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस 2014 के पहले तेल बॉन्ड को लेकर हमारे ऊपर लाखों-करोड़ रुपए बकाया छोड़ कर गई जिसके कारण उसकी मूल और ब्याज राशि हमें अब चुकानी पड़ रही है, ये भी तेल के दाम बढ़ने का एक प्रमुख कारण है। साथ ही उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में कच्चे तेल की कीमतों में उछाल हुआ है, हमें अपनी आवश्यकता का 80% तेल बाहर से लाना पड़ता है।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी को लेकर मंगलवार (22 जून) को सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि अब अगले चुनाव के समय पेट्रोलियम उत्पादों के दाम कम होंगे। उन्होंने पेट्रोल-डीजल की कीमतों में पिछले कुछ महीनों के दौरान हुई बढ़ोतरी को दर्शाने वाला ग्राफ साझा करते हुए ट्वीट किया कि पेट्रोल-डीजल के दाम कब कम होंगे? जब अगले चुनाव होंगे।
गौर हो कि चार मई से लेकर 22 जून तक पेट्रोल-डीजल कीमतों में 28वीं बढ़ोतरी हुई है और देश के 9 राज्यों और संघ शासित प्रदेशों में पेट्रोल 100 रुपए प्रति लीटर के पार पहुंच गया। राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, जम्मू-कश्मीर, ओडिशा और लद्दाख में पेट्रोल का खुदरा दाम 100 रुपए प्रति लीटर के पार हो गया। इसके साथ की राजस्थान के बाद ओडिशा में भी डीजल 100 रुपए प्रति लीटर के पार निकल गया है।
राजधानी दिल्ली में पेट्रोल अब तक रिकॉर्ड उच्चस्तर 97.50 रुपए प्रति लीटर पर पहुंच गया है। वहीं डीजल 88.23 रुपए प्रति लीटर पर है। मुंबई में पेट्रोल 103.63 रुपए प्रति लीटर और डीजल 95.72 रुपए प्रति लीटर पर पहुंच गया है। महानगरों में मुंबई, हैदराबाद और बेंगलुरु में पेट्रोल पहले ही 100 रुपये प्रति लीटर के आंकड़े को पार कर चुका है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर, न्यूयॉर्क में वेस्ट टैक्सास इंटरमीडिएट कच्चे तेल का दाम 73.36 डालर प्रति बैरल है। जबकि, वैश्विक मानक माने जाने वाले ब्रेंट क्रूड का दाम 74.81 डॉलर प्रति बैरल है।
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