अप्रैल 2023 से चलेंगी प्राइवेट यात्री ट्रेन! किराया होगा उस रूट की हवाई यात्रा के अनुरूप

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Updated Jul 02, 2020 | 19:43 IST

Private passenger trains : रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष ने कहा कि यात्री रेल परिचालन में निजी भागीदारी का मतलब होगा कि टैक्नोलॉजी में व्यापक बदलाव आएगा और रफ्तार भी बढ़ेगी।

Private passenger trains can run from April 2023,fare will be competitive according to air travel of that route
अप्रैल 2023 से प्राइवेट यात्री ट्रेन, किराया प्लेन जैसा 
मुख्य बातें
  • प्राइेवट यात्री टेन का परिचालन अप्रैल 2023 तक शुरू हो सकता है
  • सरकार ने 151 आधुनिक रेलगाड़ियों के जरिये 109 युगल रेलमार्गों पर निजी कंपनियों द्वारा यात्री ट्रेनें चलाने की अनुमति देने के लिए पात्रता आवेदन मांगे हैं
  • रेलगाड़ियों को तेज गति से चलाने और रेल डिब्बों की टैक्नोलॉजी में नया बदलाव आएगा

नई दिल्ली : देश में निजी रेलगाड़ियों का परिचालन अप्रैल 2023 तक शुरू हो सकता है। रेलवे बोर्ड के चेयरमैन वीके यादव ने गुरुवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि इन रेलमार्गों पर यात्रा किराया इन मार्गों के हवाई यात्रा किराए के अनुरूप प्रतिस्पर्धी होगा। यादव ने ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में कहा कि यात्री रेलगाड़ी परिचालन में निजी कंपनियों के उतरने से रेलगाड़ियों को तेज गति से चलाने और रेल डिब्बों की टैक्नोलॉजी में नया बदलाव आएगा। उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी के बेहतर होने से रेलगाड़ी के जिन कोचों को अभी हर 4,000 किलोमीटर यात्रा के बाद रखरखाव की जरूरत होती है तब यह सीमा करीब 40,000 किलोमीटर हो जाएगी। इससे उनका महीने में एक या दो बार ही रखरखाव करना होगा।

यात्री रेलगाड़ी चलाने की अनुमति देने के लिए मांगे जा रहे हैं आवेदन

यादव की ओर से यह टिप्पणियां रेलवे के यात्री परिचालन में निजी कंपनियों को प्रवेश देने की आधिकारिक घोषणा के एक दिन बाद आई हैं। सरकार ने 151 आधुनिक रेलगाड़ियों के माध्यम से 109 युगल रेलमार्गों पर निजी कंपनियों द्वारा यात्री रेलगाड़ी चलाने की अनुमति देने के लिए पात्रता आवेदन मांगे हैं। भारतीय रेलवे नेटवर्क को निजी हाथों में सौंपने को लेकर आशंका से जुड़े एक सवाल के जवाब में रेलवे बोर्ड के चेयरमैन ने कहा कि निजी क्षेत्र द्वारा किया जाने वाला यात्री रेलगाड़ी परिचालन भारतीय रेलवे के कुल यात्री रेलगाड़ी परिचालन का मात्र 5 प्रतिशत होगा। भारतीय रेल अभी करीब 2,800 मेल या एक्सप्रेस रेलगाड़ियों का परिचालन करती है।

ट्रेनों की खरीद निजी कंपनियां करेंगी, रखरखाव का जिम्मा भी होगा

यादव ने कहा कि ट्रेनों की खरीद निजी कंपनियां करेंगी। उनके रखरखाव का जिम्मा भी उन्हीं का होगा। देश में निजी ट्रेनों का परिचालन अप्रैल 2023 तक शुरू होने की उम्मीद है। रेलगाड़ी के सभी डिब्बों की खरीद ‘मेक इन इंडिया’ नीति के तहत की जाएगी। निजी क्षेत्र की रेलगाड़ियों के यात्रा किराए की प्रतिस्पर्धा उन्हीं मार्गों पर चलने वाली बस सेवा और हवाई सेवा से होगी। उन्होंने कहा कि यात्री रेलगाड़ी परिचालन मे निजी कंपनियों को लाने का एक मकसद यह भी है कि इन्हें मांग के आधार पर उपलब्ध कराया जाएगा जिससे रेलगाड़ियों में ‘प्रतीक्षा सूची’ में कमी होगी।

रेलवे को देना होगा बुनियादी सुविधाओं का शुल्क

यादव ने कहा कि कंपनियों को रेलवे की बुनियादी सुविधाओं, बिजली, स्टेशन और रेलमार्ग इत्यादि के उपयोग का शुल्क भी देना होगा। इतना ही नहीं कंपनियों को प्रतिस्पर्धी बोलियां लगाकर भारतीय रेलवे के साथ राजस्व भी शेयर करना होगा। निजी कंपनियों को समयसारिणी के हिसाब से रेलगाड़ी परिचालन में 95 प्रतिशत समयबद्धता का पालन सुनिश्चित करना होगा। उन्हें प्रति एक लाख किलोमीटर की यात्रा में एक बार से अधिक बार असफल नहीं होने के रिकॉर्ड के साथ चलना होगा।

हर रेलगाड़ी इंजन में एक बिजली मीटर भी होगा

यादव ने कहा कि यदि निजी कंपनियां यात्री रेलगाड़ी परिचालन से जुड़े किसी भी प्रदर्शन मानक को पूरा करने में असफल रहती हैं तो उन पर जुर्माना लगाया जाएगा। हर रेलगाड़ी इंजन में एक बिजली मीटर भी होगा और कंपनियों को उनके द्वारा उपभोग बिजली का वास्तविक भुगतान करना होगा। यह उन्हें अपना बिजली खर्च कम रखने को प्रोत्साहित करेगा। उन्होंने कहा कि इससे यात्रियों को कम लागत पर बेहतर रेलगाड़ियां और प्रौद्योगिकी मिल सकेगी। भारतीय रेलवे 95 प्रतिशत रेलगाड़ियों का परिचालन जारी रखेगी।
 

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