चीनी कंपनियों के खिलाफ बड़ा एक्शन, 44 ठिकानों पर ईडी ने मारा छापा

बिजनेस
डिंपल अलावाधी
Updated Jul 05, 2022 | 13:59 IST

प्रवर्तन निदेशालय ने चीन की मोबाइल बनाने वाली कंपनी वीवो और उससे संबद्ध कंपनियों के खिलाफ जांच के सिलसिले में 44 स्थानों पर छापेमारी की।

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चीनी कंपनियों के ठिकानों पर ED की रेड  |  तस्वीर साभार: BCCL

नई दिल्ली। चीनी मोबाइल फोन कंपनियां आयकर विभाग, प्रवर्तन निदेशालय (ED) और अन्य जांच एजेंसियों के निशाने पर हैं। केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी ने कई चाइनीज मोबाइल कंपनियों पर बड़ी कार्रवाई शुरू की है। प्रवर्तन निदेशालय ने मंगलवार को चीनी स्मार्टफोन विनिर्माता वीवो (Vivo) और संबंधित कंपनियों के खिलाफ धन शोधन जांच में 44 स्थानों पर छापेमारी की। अधिकारियों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) की धाराओं के तहत ईडी द्वारा छापेमारी की जा रही है।

सीबीआई भी कर रही जांच
प्रवर्तन निदेशालय ने वीवो और बाकी चीनी कंपनियों से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले की रोकथाम के संबंध में उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार और दक्षिणी राज्यों में 40 स्थानों पर छापेमारी की। इस संदर्भ में वीवो ने अभी तक कुछ नहीं कहा है। सीबीआई भी मामले की जांच कर रही है और अलग से एफआईआर दर्ज की है।

शाओमी की संपत्ति जब्त!
इससे पहले ईडी ने कथित फेमा (FEMA) उल्लंघन के लिए चीनी कंपनी शाओमी (Xiaomi) की संपत्ति को जब्त कर लिया था। हालांकि कर्नाटक हाईकोर्ट ने उस आदेश पर रोक दिया। कंपनी ने एक हलफनामे में आरोप लगाया था कि ईडी ने बयान दर्ज करने के दौरान शीर्ष अधिकारियों को मजबूर किया। एजेंसी ने इन आरोपों से इनकार कर दिया।

अप्रैल में ईडी ने कहा था कि शाओमी द्वारा किए गए अवैध आउटवर्ड रेमिटेंस के संबंध में विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम के प्रावधानों के तहत बैंक खातों में पड़े Xiaomi टेक्नोलॉजी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के 5,551.27 करोड़ रुपये जब्त किए।

3 मार्च को आयकर विभाग ने कहा था कि उन्होंने टेलिकॉम प्रोडक्ट्स में काम करने वाली चीनी कंपनियों के खिलाफ छापे मारे और पता चला कि कंपनियां नकली रसीदों के माध्यम से टैक्स चोरी में शामिल थीं। IT विभाग ने उस समय 400 करोड़ रुपये की आय के दमन का पता लगाया था। पूरे भारत और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में फरवरी के दूसरे सप्ताह में छापे मारे गए थे।

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