Reliance Industries AGM Live : दुनिया के 6ठे, एशिया और देश के सबसे अमीर आदमी मुकेश अंबानी बुधवार (15 जुलाई) को रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) की वार्षिक आम बैठक (Annual General Meeting) की शुरूआत की और कई बड़े ऐलान किए। मुकेश अंबानी फेसबुक जैसी टैक्नोलॉजी सेक्टर की दिग्गज कंपनियों के साथ भागीदारी का लाभ उठाने से संबंधित घोषणाएं की। रिलायंस इंडस्ट्रीज की 43वीं AGM से कोविड-19 के बाद की रणनीतिक दिशा और संपत्तियों के मौद्रिकरण के बारे में जानकारी दी गई। रिलायंस इंडस्ट्रीज की AGM पहली बार ऑनलाइन हुई। अंबानी ने 12 अगस्त, 2019 को हुई पिछली AGM में रिलायंस के टैक्नोलॉजी कारोबार और तेल से रसायन कारोबार में हिस्सेदारी बिक्री के जरिए मार्च, 2021 तक पूरी तरह कर्ज मुक्त कंपनी बनने की योजना की घोषणा की थी। लेकिन समय सीमा से पहले ही कंपनी पूरी तरह से कर्ज मुक्त हो गई।
बैठक की शुरुआत करते मुकेश अंबानी ने कहा कि कोरोना मानव इतिहास का सबसे बड़ा संकट है। संकट के समय बड़े अवसर सामने आते है। इस साल भी रिलायंस इंडस्ट्रीज ने रिकॉर्ड प्रदर्शन किया है। जियो मिट के जिरे एजीएम में हिस्सा ले रहे हैं। जियो मिट को अब तक 50 लाख लोगों ने डाउनलोड किया है। आरआईएल के अध्यक्ष मुकेश अंबानी का कहना है कि डेटा ट्रैफिक में भारी उछाल (COVID-19 महामारी के प्रभाव के कारण हाल के महीनों में) के बावजूद, जियो नेटवर्क ने मजबूती बनाए रखी है।
उन्होंने कहा कि गूगल के साथ करार का ऐलान किया। गूगल जियो प्लेटफॉर्म में 7.7 प्रतिशत निवश करेगा। 33,000 करोड़ निवेश करेगा। जियो ने 5जी सॉल्यूशन डेवलप किया। उन्होंने कहा कि 5जी सॉल्यूशन पीएम मोदी के विजन समर्पित है। दुनिया भर के टेलकॉम ऑपरेटर को 5जी सॉल्युशन देंगे। जियो फाइबर से 10 लाख से ज्यादा घर जुड़े हैं।
कोरोना वायरस महामारी के दौरान देश के 200 शहरों में जियो मार्ट लॉन्च किया गया। जियो भारत में 2जी मुक्त करने का काम करेगा। रिटेल बिजनेस में कई बड़े स्ट्रेटेजिक निवेशक आएंगे। मुकेश अंबानी ने कहा कि उनके समूह के खुदरा उद्यम में रणनीतिक और वित्तीय निवेशक मजबूत दिलचस्पी दिखा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम अगली कुछ तिमाहियों में रिलायंस रिटेल में वैश्विक साझेदारों और निवेशकों को शामिल करेंगे। रिलायंस रिटेल ने पहले ही अपने ई-कॉमर्स व्यवसाय की परीक्षण आधार पर शुरुआत कर दी है।
मुकेश अंबानी ने कहा कि भारत की सबसे पहली क्लाउड-आधारित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप जियोमीट (JioMeet) को शुरू होने के कुछ ही दिनों के भीतर 50 लाख लोगों ने डाउनलोड कर लिया। जियो मीट की यह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप एंड्रॉइड, आईओएस, विंडोज, मैकओएस और वेब पर उपलब्ध है।
तेल से लेकर दूरसंचार तक कई कारोबार करने वाला यह समूह पिछले महीने ही पूरी तरह से कर्ज मुक्त हो चुका। कंपनी ने अपनी डिजिटल इकाई जियो प्लेफॉर्म्स में 25.24% हिस्सेदारी बेचकर 1.18 लाख करोड़ रुपए की व्यवस्था कर ली है। वहीं रिलायंस के मौजूदा शेयरधारकों को राइट इश्यू जारी कर 53,124 करोड़ रुपए भी जुटाने का भी इंतजाम किया है। इसके अलावा ईंधन की खुदरा बिक्री कारोबार में 49% हिस्सेदारी बेचकर 7,000 करोड़ रुपए जुटाये हैं। कुल मिलाकर कंपनी ने 1.75 लाख करोड़ रुपए की पूंजी जुटाने की पक्की व्यवस्था कर ली है।
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