नई दिल्ली: मार्च महीने में खुदरा महंगाई दर पिछले महीने की तुलना में 5.91 प्रतिशत तक लुढ़क गई, जिसका मुख्य कारण खाद्य कीमतों में कमी आना है। ध्यान दें कि उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) पर आधारित खुदरा मुद्रास्फीति फरवरी 2020 में 6.58 प्रतिशत और पिछले वर्ष मार्च में 2.86 प्रतिशत थी।
खुदरा महंगाई दर नजर रखता है रिजर्व बैंक
आज (सोमवार) जारी सरकारी आंकड़ों से पता चला है कि मार्च में फूड बास्केट की महंगाई दर 8.76 फीसदी थी, जो पिछले महीने में 10.81 फीसदी थी। उल्लेखनीय है कि भारतीय रिजर्व बैंक मुख्य रूप से अपनी द्वि-मासिक मौद्रिक नीति का निर्णय लेते हुए खुदरा महंगाई दर को ध्यान में रखता है। सरकार ने केंद्रीय बैंक से महंगाई दर को करीब 4% रखने के लिए अनिवार्य किया है।
कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स तय करता है रेट
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) द्वारा उठाए गए रोकथाम उपायों और सरकार द्वारा कोरोना वायरस महामारी के प्रसार को रोकने के लिए राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन की घोषणा को ध्यान में रखते हुए, कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) के मूल्य संग्रह के लिए फिल्ड वर्क को 9 मार्च 2020 से तत्काल प्रभाव से रोक दिया गया। मूल्य के करीब 66% कोटेशन्स ही प्राप्त हुए हैं।
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