नई दिल्ली। केंद्र सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले महीने देश की खुदरा मुद्रास्फीति (Retail inflation) में बढ़त दर्ज की गई। यह 7.79 फीसदी पर पहुंच गई। यह आंकड़ा भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के 2 फीसदी से 6 फीसदी के कंफर्ट जोन से काफी ऊपर है। मार्च में यह आंकड़ा 6.95 फीसदी था। यह लगातार छठा महीना है जब भारत के उपभोक्ता मूल्य सूचकांक में बढ़ोतरी हुई है।
मार्च में बढ़ा औद्योगिक उत्पादन
वित्त वर्ष 2021-22 में औद्योगिक उत्पादन (Industrial Production) में 11.3 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। मार्च में औद्योगिक उत्पादन 1.9 फीसदी बढ़ा है।
देश में रिटेल महंगाई का आंकड़ा 18 महीने के उच्चतम स्तर पर है। जानें रिटेल महंगाई का असर क्या होगा-
इसलिए बढ़ी महंगाई
गुरुवार को सांख्यिकी और प्रोग्राम इंप्लीमेंटेशन मंत्रालय के आंकड़ों से पता चला कि, 'भारत में खुदरा मुद्रास्फीति अप्रैल के महीने में वार्षिक आधार पर बढ़ी है। इसमें खाने के तेल (Edible Oil) और ईंधन की कीमतों में वृद्धि की वजह से बढ़त दर्ज की गई है।'
क्रिप्टो में निवेश करने वालों को लगा झटका, बिटकॉइन में आई भयंकर गिरावट, इतना हुआ दाम
इतनी रही ग्रामीण और शहरी इलाकों की मुद्रास्फीति
मार्च में 7.66 फीसदी और अप्रैल 2021 में 3.75 फीसदी के मुकाबले अप्रैल में रूरल मुद्रास्फीति बढ़कर 8.38 फीसदी रही। वहीं शहरी मुद्रास्फीति मार्च में 6.12 फीसदी और अप्रैल 2021 में 4.71 फीसदी की तुलना में अप्रैल में 7.09 फीसदी रही। अप्रैल में समग्र खाद्य मुद्रास्फीति 8.38 फीसदी थी, जो पिछले महीने में 7.68 फीसदी और अप्रैल 2021 में 1.96 फीसदी थी।
Times Now Navbharat पर पढ़ें Business News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।