नई दिल्ली। एक बार फिर से महंगाई ने आम आदमी को झटका दिया है। खुदरा मुद्रास्फीति (Retail inflation) नवंबर में बढ़कर 4.91 फीसदी पर पहुंच गई है। सोमवार को जारी सरकारी आंकड़ों के अनुसार, अक्टूबर में 2021 यह आंकड़ा 4.48 फीसदी था। वहीं अगर उससे पिछले महीने, सितंबर की बात करें तो महंगाई दर 4.35 फीसदी थी। एक साल पहले की अवधि में यह 6.93 फीसदी थी।
मालूम हो कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) खुदरा महंगाई दर या उपभोक्ता कीमतों में वृद्धि की दर को उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) द्वारा ट्रैक करता है। इसके आंकड़े राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) द्वारा जारी किए जाते हैं।
इसलिए बढ़ी खुदरा मुद्रास्फीति
खाद्य उत्पाद महंगा होने से खुदरा मुद्रास्फीति नवंबर महीने में मामूली बढ़कर 4.91 फीसदी पर पहुंच गई। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के आंकड़ों के अनुसार, इस साल नवंबर महीने में खाद्य मुद्रास्फीति 1.87 फीसदी रही जो इससे पिछले महीने में 0.85 फीसदी थी। भारतीय रिजर्व बैंक द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा तय करते समय मुख्य रूप से खुदरा महंगाई दर पर गौर करता है। उसका मानना है कि मुद्रास्फीति का आंकड़ा चालू वित्त वर्ष की बची हुई अवधि में ऊंचा रहेगा क्योंकि तुलनात्मक आधार का प्रभाव अब प्रतिकूल हो गया है। रिजर्व बैंक के अनुसार, मुख्य मुद्रास्फीति चालू वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में उच्चस्तर पर रहेगी। उसके बाद इसमें नरमी आएगी।
(एजेंसी इनपुट- भाषा)
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