नई दिल्ली। सिंगापुर के आर्बिट्रेशन पैनल ने फ्यूचर रिटेल की याचिका को खारिज कर दिया है। इस याचिका में आर्बिट्रेशन कोर्ट के पिछले साल के आदेश को खत्म करने की मांग की गई थी। आर्बिट्रेशन कोर्ट के पिछले साल फ्यूचर रिटोल और रिलायंस के बीच हुई डील को रोक दिया था। अमेरिका की दिग्गज कंपनी अमेजन (Amazon) इस सौदे का विरोध कर रही है।
क्या है मामला?
दरअसल पिछले साल फ्यूचर ने अपना रिटेल कारोबार रिलायंस को बेचने के लिए एक सौदा किया था। लेकिन अमेजन लगातार इसका विरोध कर रही है। हालांकि मामले में फ्यूचर ग्रुप का कहना है कि इस डील में कुछ भी गलत नहीं है। सिंगापुर की अदालत ने 2020 में अपने अंतरिम आदेश में डील पर रोक लगा दी थी। इसके बाद इस रोक को हटाने के लिए फ्यूचर ने अपील की थी।
कानूनी सलाह लेकर आगे काम करेगी कंपनी
मामले में किशोर बियानी की कंपनी फ्यूचर ने कहा कि आर्बिट्रेशन ट्रिब्यूनल ने अंतरिम आदेश को खत्म करने की उसकी अपील खारिज की है। ऐसे में अब कंपनी कानूनी सलाह लेकर आगे काम करेगी। यह सौदा करीब 24,713 करोड़ रुपये का है।
अमेजन की फ्यूचर रिटेल में पांच फीसदी हिस्सेदारी
अमेजन की फ्यूचर कूपंस के जरिए फ्यूचर रिटेल में करीब पांच फीसदी हिस्सेदारी है। साल 2019 में में अमेरिकी कंपनी ने 1500 करोड़ रुपये में फ्यूचर कूपंस में 49 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी थी। मामले में अमेजन का कहना है कि कंपनी ने उसकी सहमति के बिना ही अपना कारोबार रिलायंस को बेच दिया।
आज बीएसई पर फ्यूचर रिटेल का शेयर 51.55 के स्तर पर खुला। फिलहाल यह करीब दो फीसदी की गिरावट पर कारोबार कर रहा है। कंपनी का बाजार पूंजीकरण 2,727.69 करोड़ रुपये है। रिलायंस इंडस्ट्रीज की बात करें, तो यह 2623.80 के स्तर पर खुला। कंपनी का बाजार पूंजीकरण 16,67,855.21 करोड़ रुपये है।
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