नई दिल्ली: बचत स्कीम्स पर ब्याज दर अब तक के सबसे निचले स्तर पर गिर गया है। फिक्स्ड डिपॉजिट, पब्लिक प्रोविडेंट फंड (पीपीएफ), पोस्ट ऑफिस आरडी या ईपीएफ जैसे डेट इंस्ट्रूमेंट्स का उपयोग करके अपनी रिटायरमेंट प्लानिंग करना मुश्किल हो गया है क्योंकि ये निवेश प्रोडक्ट महंगाई को मात देने में आपकी मदद करने में सक्षम नहीं होंगे। खुदरा महंगाई दर अब 6% के स्तर तक बढ़ गई है। बढ़ती महंगाई को देखते हुए आपका निवेश 10% से अधिक सालाना रिटर्न नहीं दे रहा है। इस तरह का रिटर्न तभी संभव है जब आप शेयर या इक्विटी ओरिएंटेड प्रॉडक्ट्स में निवेश करते हैं।
हालांकि यह एक सच्चाई है कि शेयर-उन्मुख प्रोडक्ट जैसे इक्विटी म्यूचुअल फंड डेट-इंस्ट्रूमेंट्स की तुलना में जोखिम भरे होते हैं, निवेश एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर आप लंबे समय तक (10 साल से अधिक) ऐसे उपकरणों में निवेश करते रहते हैं तो जोखिम या अस्थिरता काफी कम हो जाती है और आप 10-12% रिटर्न प्राप्त कर महंगाई को मात देने में सक्षम होंगे।
वर्तमान में, औसत एक रिटायर दंपति को रिटायरमेंट के बाद आराम से जीवन बिताने के लिए प्रति माह करीब 50,000 रुपए की जरूरत होती है, बशर्ते उनके पास अपना घर हो। लेकिन सालाना महंगाई दर 5% माना जाए तो 20 साल बाद यह जरूरी राशि बढ़कर 1.65 लाख रुपए हो जाएगी। साथ ही आपके रिटायरमेंट के बाद हर साल यह राशि बढ़ती जाएगी। अब सवाल यह उठता है कि रिटायरमेंट के बाद इतनी आय बनी रहे इसके लिए अब कितना निवेश करना चाहिए?
अगर आपकी वर्तमान आयु 40 साल है और आप 60 साल की आयु में रिटायर होने की योजना बना रहे हैं तो आपके पास यह पूंजी प्राप्त करने के लिए 20 वर्ष हैं जो आपको यह आय दे सकती हैं। इसलिए कोई भी आसानी से इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकता है। यह मानते हुए कि इक्विटी म्यूचुअल फंड में आपके निवेश से 12% का औसत रिटर्न मिलेगा, आपको रिटायरमेंट के बाद 1.65 लाख रुपए की मासिक आय प्राप्त करने के लिए 60 वर्ष की आयु तक SIP के जरिये हर महीने इक्विटी म्यूचुअल फंड योजनाओं में 40,434 रुपए निवेश करने की जरूरत है। पर कैसे?
12% रिटर्न पर आपका मासिक SIP निवेश 20 साल बाद बढ़कर 4 करोड़ रुपए हो जाएगा। इसमें से आधा, 2 करोड़ रुपए, और उस राशि को लिक्विड फंड या शॉर्ट टर्म डेट म्यूचुअल फंड में डाल दें और सिस्टमेटिक विद्ड्रॉवल (SWP) के जरिये हर महीने 1.65 लाख रुपए निकालें। इस मामले में 2 करोड़ रुपए करीब 10 साल (9 साल और 8 महीने) तक चलेगा, यह मानते हुए कि आप हर साल 5% अधिक निकालते हैं और लिक्विड फंड में आपका निवेश 4% सालाना रिटर्न देता है।
10 साल के बाद, इक्विटी म्यूचुअल फंड में बाकी 2 करोड़ रुपए का निवेश बढ़कर 6.52 करोड़ रुपए हो गया होगा और उस समय तक (जब आप 70 साल के हो जाएंगे) आपका मासिक खर्च बढ़कर 2.70 लाख रुपए हो जाएगा। अब यह 6.52 करोड़ रुपए निकाल लें और 10 साल पहले की तरह ही प्रक्रिया अपनाएं। ऐसे में 15 साल बाद (जब तक आप 85 साल के हो जाते), आपके लिक्विड फंड में पड़ी रकम गिरकर 2.33 करोड़ रुपए रह जाएगी। यह राशि आपको अगले पांच साल के रिटायरमेंट जीवन के लिए आय प्रदान कर सकती है।
यदि आप इस प्रक्रिया का पालन करते हैं, तो आप 90 वर्ष की जीवन प्रत्याशा मान लेने पर भी महंगाई को मात देने में सक्षम होंगे।
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