शादी का खर्च, मेडिकल इमरजेंसी, या घर की मरम्मत/नवीकरण, जैसे कई मौकों पर पैसे की कमी हो सकती है। तब, सबसे पहले अपने दोस्तों या परिवार से उधार लेने का ख्याल आता है। यह एक आसान तरीका है, लेकिन ऐसा करने की सलाह नहीं दी जा सकती, क्योंकि समय पर पैसे न लौटाने पर रिश्ते ख़राब हो सकते हैं। इसकी जगह, आप एक पर्सनल लोन ले सकते हैं। लेकिन क्या आप कभी किसी गलतफहमी के कारण पर्सनल लोन लेने से पीछे हट गए थे? यहां ऐसी ही पांच गलतफहमियों को उजागर करने की कोशिश की गई है।
पर्सनल लोन को अक्सर एक महंगा लोन माना जाता है क्योंकि इसका इंटरेस्ट रेट, 8.9%-24% प्रतिवर्ष के बीच होता है। लेकिन यह सबसे सस्ता अनसिक्योर्ड लोन है। इसकी तुलना में, क्रेडिट कार्ड जैसे अन्य अनसिक्योर्ड कर्ज ज्यादा महंगे होते हैं जिसका इंटरेस्ट, 40% प्रतिवर्ष से ज्यादा भी जा सकता है। यदि आपके पास जमानत रखने के लिए कोई चीज है तो आप बहुत कम रेट पर एक जमानती या सिक्योर्ड लोन ले सकते हैं। लेकिन, उसकी गैर-मौजूदगी में पर्सनल लोन लिया जा सकता है जिसका इंटरेस्ट रेट, लोन कंपनी द्वारा उधारकर्ता की रीपेमेंट क्षमता और क्रेडिट स्कोर के आधार पर सेट किया जाता है। कम क्रेडिट स्कोर और कमजोर रीपेमेंट क्षमता वाले उधारकर्ताओं को ज्यादा इंटरेस्ट रेट पर लोन दिया जाता है लेकिन अच्छे क्रेडिट स्कोर वालों को कम इंटरेस्ट रेट पर लोन मिल सकता है। इसलिए, पर्सनल लोन के लिए अप्लाई करने से पहले, अलग-अलग उधारदाताओं के इंटरेस्ट रेट की तुलना कर लेनी चाहिए।
लोन कंपनियां, लोन देने से पहले उधारकर्ता के क्रेडिट स्कोर के अलावा, उनके इनकम, रीपेमेंट क्षमता और कर्ज-आमदनी अनुपात पर भी विचार करती हैं। कई लोगों को यह ग़लतफ़हमी है कि क्रेडिट स्कोर कम रहने पर लोन एप्लीकेशन रिजेक्ट हो जाता है। लेकिन यह सच नहीं है क्योंकि ऐसी कई लोन कंपनियां हैं जो कम क्रेडिट स्कोर वालों को भी पर्सनल लोन देती हैं। वे 750 से ज्यादा क्रेडिट स्कोर वाले उधारकर्ताओं के लिए बेस्ट इंटरेस्ट रेट रिजर्व रखती हैं जबकि उससे कम क्रेडिट स्कोर वाले उधारकर्ताओं को ज्यादा रेट देना पड़ सकता है। इसलिए, अपनी क्रेडिट रिपोर्ट देखते रहना चाहिए और बेस्ट डील पाने के लिए अपने क्रेडिट स्कोर को बेहतर बनाने का उपाय करते रहना चाहिए और। इसके अलावा, अपने लिए सबसे अच्छा ऑप्शन ढूँढने के लिए अलग-अलग लोन कंपनियों के पर्सनल लोन ऑफरों की तुलना करना और समझना भी उतना ही जरूरी है।
पर्सनल लोन के बारे में एक और आम मिथक यह है कि इसे सिर्फ एक बैंक से लिया जा सकता है। जबकि कई नॉन-बैंकिंग फाइनेंसियल कंपनियां (NBFC) भी पर्सनल लोन देती हैं। एक बैंक द्वारा किसी कारण से आपका लोन एप्लीकेशन रिजेक्ट किए जाने पर, आप किसी NBFC कंपनी के पास जा सकते हैं। वे आपकी योग्यता के आधार पर आपको लोन दे सकती हैं। लेकिन, बैंक का इंटरेस्ट रेट, आम तौर पर NBFC की तुलना में थोड़ा कम होता है।
आप मौजूदा फाइनेंसियल चुनौतियों के कारण पर्सनल लोन ले सकते हैं और अपनी फाइनेंसियल परिस्थिति सुधरने पर इंटरेस्ट बचाने के लिए कुछ प्रीपेमेंट भी कर सकते हैं (या रीपेमेंट पीरियड से पहले अपना लोन पूरी तरह क्लोज भी कर सकते हैं)। लेकिन, कई लोगों को यह ग़लतफ़हमी हैं कि पर्सनल लोन का प्रीपेमेंट नहीं किया जा सकता है। लेकिन सच्चाई यह है कि आप 6 से 12 महीने तक रेगुलर EMI देने के बाद पर्सनल लोन का प्रीपेमेंट कर सकते हैं। लेकिन, अलग-अलग बैंक में इसके नियम अलग-अलग होते हैं। इसलिए, लोन लेने से पहले, उससे जुड़े सभी नियमों और शर्तों को अच्छी तरह समझ लेना चाहिए। प्रीपेमेंट करने पर एक मामूली प्रीपेमेंट फीस भी लग सकती है। प्री-क्लोजर या प्री-पेमेंट के नियम, अलग-अलग बैंक में अलग-अलग होते हैं। कुछ बैंक कोई फोरक्लोजर और पार्ट-प्रीपेमेंट चार्ज नहीं लेते हैं, जबकि अन्य बैंक ले सकते हैं।
एक आम ग़लतफ़हमी यह भी है कि सिर्फ वेतनभोगी लोगों को ही पर्सनल लोन मिल सकता है, सेल्फ-एम्पलॉयड लोगों को नहीं। लेकिन हकीकत यह है कि वेतनभोगी लोगों के लिए लोन सम्बन्धी शर्तें अक्सर ज्यादा आसान होती हैं, लेकिन इन शर्तों को पूरा करने वाले सेल्फ-एम्पलॉयड लोगों को भी आसानी से पर्सनल लोन मिल सकता है। याद रखें, उधारकर्ता के क्रेडिट इतिहास, इनकम, रोजगार स्थिरता और कर्ज-आमदनी अनुपात के आधार पर लोन का इंटरेस्ट रेट तय किया जाता है।
पर्सनल लोन इतने लोकप्रिय इसलिए हैं क्योंकि ये आसानी से और जल्दी मिल सकते हैं। प्री-अप्रूव्ड लोन के मामले में, नाममात्र का पेपरवर्क करना पड़ता है। पर्सनल लोन लेना अब ज्यादा आसान हो गया है और कोविड-19 के कारण मौजूदा सामाजिक प्रतिबंधों के कारण अब इसे घर बैठे आराम से, ऑनलाइन, पेपरलेस, और कॉन्टैक्टलेस तरीके से लिया जा सकता है।
इस लेख के लेखक, BankBazaar.com के CEO आदिल शेट्टी हैं)
(डिस्क्लेमर: यह जानकारी एक्सपर्ट की रिपोर्ट के आधार पर दी जा रही है। बाजार जोखिमों के अधीन होते हैं, इसलिए निवेश के पहले अपने स्तर पर सलाह लें।) ( ये लेख सिर्फ जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। इसको निवेश से जुड़ी, वित्तीय या दूसरी सलाह न माना जाए)
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