प्रतीक गौरी और प्रतीक द्विवेदी ने लिखी सफलता की नई कहानी, Web3 स्टार्टअप को बनाया 'यूनिकॉर्न', दिल्ली एयरपोर्ट पर हुआ ग्रैंड वेलकम

success story: स्टार्टअप की दुनिया में प्रतीक गौरी और प्रतीक द्विवेदी ने सफलता की नई कहानी लिखी है। उनकी कंपनी को यूनिकॉर्न का दर्जा मिला है जिसकी तारीफ सब ओर हो रही है। ये प्रतिष्ठा पाकर जब वो लौटे तो दिल्ली हवाई अड्डे पर उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया।

success story Founder of 5ire CEO Pratik Gauri Prateek Dwivedi raised 100 million dollars attains the Unicorn status
Pratik Gauri and Prateek Dwivedi 

नई दिल्ली : अगर मन में कुछ करने की चाह हो तो सितारे भी आपका साथ देते हैं। ऐसा ही कुछ कर दिखाया है कि 5ire के संस्थापक और सीईओ, प्रतीक गौरी ने अपने साथी प्रतीक द्विवेदी के साथ। दोनों ने मिलकर 100 मिलियन डॉलर जुटाए और यूनिकॉर्न का दर्जा हासिल किया। अपनी सफलता के बारे में पूछने पर उनका कहना है कि सबसे बड़ी बाधा उनके रास्ते में स्टीरियोटाइप को तोड़ना थी। यूनिकॉर्न स्टार्टअप्स की प्रतिष्ठित सूची में 5ire के जगह बनाने के बाद इसके, संस्थापक प्रतीक गौरी और प्रतीक द्विवेदी जब दिल्ली पहुंचे तो हवाई अड्डे पर उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया।

बता दें कि 5ire जो कि एक ब्लॉकचेन नेटवर्क है, ने यूके स्थित समूह SRAM और MRAM से सीरीज ए फंडिंग में 100 मिलियन की राशि पाई है। इसी के साथ ही 1.5 बिलियन वैल्यूएशन की फंडिंग ने वेब3 स्टार्ट-अप, यूनिकॉर्न का दर्जा हासिल किया है।

भारतीय मूल के उद्यमियों, प्रतीक गौरी और प्रतीक द्विवेदी ने अगस्त 2021 में कंपनी की स्थापना वेब 3 फाइनेंसर विल्मा मटिला के साथ की थी। अपनी चुनौतियों के बारे में प्रतीक ने बताया कि चाय की एक दुकान पर हम दोनों ने प्लान बनाया था कि कुछ ऐसा किया जाए जिससे 10 करोड़ लोगों को मदद मिले। यहीं से ब्लॉकचेन कंपनी की योजना बनी। हम एक ही साल में यूनिकॉर्न का दर्जा हासिल करना चाहते थे, जो दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती अरबों डॉलर की कंपनी में से एक है।

प्रतीक बताते हैं कि पहले हम पर कोई भरोसा नहीं करता था। हमारे लिए इस रूढ़िवादिता को तोड़ना सबसे बड़ा चैलेंज था कि मध्यम घर के बच्चे भी बड़े सपने देख सकते हैं और कुछ बड़ा कर सकते है। लेकिन हमने इस चुनौती को स्वीकार किया और इसके लिए सरकार, कॉरपोरेट, टीम, परिवार और दोस्तों से बहुत मदद भी मिली। दोनों के इस प्रयासों की खूब सराहना हुई है और कई बड़ी हस्तियों ने उनके बारे में सोशल मीडिया पर चर्चा भी की है।

बता दें कि 5ire ने पहले अल्फाबिट, मार्शलैंड कैपिटल, लॉन्चपूल लैब्स, मूनरॉक कैपिटल और अन्य जैसे निजी और संस्थागत निवेशकों दोनों की भागीदारी के साथ 110 मिलियन के मूल्यांकन पर अपने सीड राउंड में 21 मिलियन जुटाए थे। कंपनी नाम 5ire में शामिल अपनी कंपनी और 5वीं औद्योगिक क्रांति के मूल दर्शन के बारे में बताते हुए, प्रतीक ने कहा कि पांचवीं औद्योगिक क्रांति थीसिस कुछ ऐसा है जिसे मैंने बनाया है, आत्मा का उद्देश्य मुनाफे और दान के बीच की जगह तलाशना है, हम व्यवसाय केवल मुनाफे के बारे में सोच रहे हैं , और बड़े अमीर घराने केवल दान में विश्वास करते हैं, लेकिन मैं दोनों के बीच संतुलन और काम करने का माहौल बनाना चाहता था। 

भारत को अपना परिचालन केंद्र बनाते हुए, कंपनी विभिन्न क्षेत्रों और तीन महाद्वीपों: एशिया, उत्तरी अमेरिका और यूरोप में विस्तार और उद्यम करने की योजना बना रही है। 5ire भारत का 105 यूनिकॉर्न है, जिसे इस साल प्रतिष्ठित 1 बिलियन वैल्यूएशन प्राप्त हुआ।

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