मुंबई : भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने कहा कि टी रवि शंकर ने सोमवार को आरबीआई के नए डिप्टी गवर्नर के तौर पर कार्यभार संभाल लिया। उनका कार्यकाल 3 साल का होगा। रवि शंकर इससे पहले RBI के कार्यकारी निदेशक थे। तीन अन्य डिप्टी गवर्नर माइकल डी पात्रा, मुकेश कुमार जैन और राजेश्वर राव है। डिप्टी गवर्नर पद पर शंकर की नियुक्ति के साथ RBI ने डिप्टी गवर्नरों के पोर्टफोलियो में फेरबदल किया है ।इसके साथ ही RBI ने चारों डिप्टी गवर्नर के बीच विभागों बंटवारा कर दिया।
बी पी कानूनगो के एक साल के सेवा विस्तार के बाद दो अप्रैल को रिटायर होने के बाद शंकर को डिप्टी गवर्नर पद पर नियुक्त किया गया है। बी पी कानूनगो के दो अप्रैल को रिटायर होने के बाद यह पद खाली हुआ था।
रिजर्व बैंक के जारी वक्तव्य में यह कहा गया है। शंकर डिप्टी गवर्नर बनने से पहले आरबीआई के कार्यकारी निदेशक थे। कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने शनिवार को नए आरबीआई डिप्टी गवर्नर के रूप में शंकर की नियुक्ति को मंजूरी दी।
आरबीआई ने कहा कि तीन मई 2021 की भारत सरकार की अधिसूचना के अनुसार टी रवि शंकर ने आज आरबीआई के डिप्टी गवर्नर के रूप में 3 साल के लिए या अगले आदेशों तक, जो भी पहले हो, जिम्मेदारी संभाली। शंकर ने नई दिल्ली स्थित जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) से अर्थशास्त्र में एमफिल किया है।
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