टेक्नोलॉजी ने लोगों की जिंदगी बदली, 1 क्लिक पर करोड़ों किसानों और गरीबों को मिली आर्थिक सहायता: पीएम मोदी 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए 'बेंगलुरु टेक समिट, 2020' का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि डिजिटल इंडिया गरीब, हाशिए पर मौजूद लोगों और जो सरकार में हैं, उनके लिए जीवन का एक हिस्सा बन ग

Technology changed people's lives, crores farmers and poor got financial assistance at 1 click: PM Modi
पीएम मोदी 
मुख्य बातें
  • बेंगलुरु टेक समिट 19 से 21 नवंबर तक चलेगा
  • समिट करीब 25 देश भाग ले रहे हैं
  • समिट में 4000 से अधिक प्रतिनिधि, 270 वक्ता हिस्सा लेंगे

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज (19 नवंबर) वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए 'बेंगलुरु टेक समिट, 2020' का उद्घाटन किया। यह टेक समिट 19 से 21 नवंबर तक चलेगा। इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि हमारी सरकार ने डिजिटल और तकनीकी समाधान के लिए सफलतापूर्वक एक मार्केट बनाया है। इसने टैक्नोलॉजी को सभी योजनाओं का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बना दिया है। टेक्नोलॉजी की वजह से ही हमारी स्कीम्स ने इतनी तेजी से लोगों की जिंदगी बदली है। टेक्नोलॉजी के जरिए हमने इंसानों के सम्मान को बढ़ाया है।

पीएम मोदी ने कहा कि करोड़ों किसानों को 1 क्लिक में आर्थिक सहायता दी गई। जब लॉकडाउन चरम पर था, उस वक्त टैक्नोलॉजी ने सुनिश्चित किया कि गरीबों को जल्दी और उचित मदद मिले। टैक्नोलॉजी से प्रेरित होकर भारत में कई इन्क्यूबेशन सेंटर खोले जा रहे हैं। पीएम ने कहा कि हमारे शासन का मॉडल है, टैक्नोलॉजी पहले।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पांच साल पहले हमने डिजिटल इंडिया की शुरुआत की थी। मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि इसे सरकार की किसी सामान्य पहल की तरह नहीं देखा जा रहा है। डिजिटल इंडिया जीवनशैली बन गया है, खासकर उन लोगों की जो गरीब और हाशिए पर हैं तथा तथा जो सरकार में हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि डिजिटल इंडिया की वजह से आज देश में मानव केंद्रित विकास हो रहा है। इतने बड़े स्तर पर इसके इस्तेमाल ने नागरिकों के जीवन में कई बदलाव किए हैं और इससे मिल रहे फायदे से हर कोई वाकिफ है। उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल से मानव गरिमा में वृद्धि हुई है। आज करोड़ों किसानों को सिर्फ एक क्लिक के जरिए आर्थिक मदद पहुंचती है। जब देश में लॉकडाउन चरम पर था तब वह टेक्नोलॉजी ही थी जिसने भारत के गरीबों को मदद सुनिश्चित की।

उन्होंने कहा कि भारत ने सूचना के इस युग में विलक्षण ढंग से अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। उन्होंने कहा कि आज हमारे पास सर्वश्रेष्ठ दिमाग के साथ बड़ा बाजार भी है। हमारे टेक्नोलॉजी जगत के पास ग्लोबल होने की क्षमता भी है। अब समय है कि भारत के टेक्नोलॉजी समाधानों को विश्व में ले जाएं।

इस वर्ष सम्‍मेलन का मुख्‍य विषय 'नेक्‍स्‍ट इज नाओ' है। इसके तहत कोविड-19 महामारी के बाद के विश्‍व में उभरती मुख्‍य चुनौतियां और ‘सूचना टेक्नोलॉजी एवं इलेक्‍ट्रॉनिक्‍स’ तथा बायोटेक्‍नोलॉजी के क्षेत्र में प्रमुख टेक्नोलॉजी और इनोवेशन तकनीकों के प्रभाव पर मुख्‍य रूप से चर्चा होगी।

इस शिखर सम्मेलन का आयोजन कर्नाटक सरकार द्वारा कर्नाटक इनोवेशन एवं टेक्नोलॉजी सोसायटी तथा सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क्स ऑफ इंडिया के सहयोग से किया गया। कर्नाटक इनोवेशन एवं टेक्नोलॉजी सोसायटी राज्य सरकार की सूचना प्रौद्योगिकी, जैवप्रौद्योगिकी और स्टार्टअप पर विचार समूह है।

कार्यक्रम में 200 से ज्यादा भारतीय कंपनियां भाग ले रही हैं, जिन्होंने अपनी वर्चुअल प्रदर्शनी लगाई है। सम्मेलन में 4,000 से अधिक प्रतिनिधि, 270 वक्ता हिस्सा लेंगे। सम्मेलन के दौरान 75 परिचर्चा सत्रों का आयोजन होगा। प्रतिदिन इसमें 50,000 से अधिक भागीदार भाग लेंगे।

इस वर्चुअल आयोजन को ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन और स्विट्जरलैंड के उपराष्ट्रपति गाय परमेलिन भी संबोधित करेंगे। इस आयोजन के 23वें संस्करण में करीब 25 देश भाग ले रहे हैं।

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