दुनिया भर में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस प्रत्येक साल 8 मार्च को मनाया जाता है। इस मौके पर हम महिलाओं की उपलब्धियों के बारे में चर्चा करना लाजमी है। दुनिया की आधी आबादी ने न केवल पुरुषों के साथ कंधा से कंधा मिलाकर कदम बढ़ाया बल्कि कई क्षेत्रों में पुरुषों को मात देकर आगे निकल गई हैं। भारत में महिलाएं किचन से निकल कर न केवल राजनीति, सामाजिक कार्यों में महत्वपूर्ण योगदान दिया बल्कि बिजनेस के क्षेत्र में भी परचम लहराया। आज में भारत की 10 महिलाओं के बारें में जानना चाहिए। फॉर्चुन इंडिया के मुताबिक देश की ये पावरफुल महिलाएं हैं।
जिया मोदी भारत के प्रमुख कॉर्पोरेट वकीलों में से एक हैं। उन्होंने महत्वपूर्ण कॉर्पोरेट डील करवाई हैं, जिसमें एयरटेल और टेलीनॉर ग्रुप और शेंडर इलेक्ट्रिक शामिल हैं और लार्सन एंड टुब्रो के इलेक्ट्रिक और ऑटोमेशन व्यवसाय शामिल हैं। उनकी फर्म भारत में सबसे सफल व्यवसायों की सलाहकार है।
किरन मजूमदार शॉ सबसे अमीर और लोकप्रिय स्व-निर्मित व्यवसायी महिलाओं में से एक हैं, लेकिन उनका कहना है कि वह संयोग से एक उद्यमी बन गईं क्योंकि उन्हें कभी भी बिजनेस शुरू करने की इच्छा नहीं थी। 1978 में बायकॉन (Bicon) नामक एक बायोफार्मास्युटिकल कंपनी बनाई। बाद में वह दवाओं की एक विस्तृत सीरीज के निर्माण में इसे लीडिंग कंपनी बनाने में कामयाब रही।
सुनीता रेड्डी ने देश के सबसे बड़े अस्पतालों में से एक अपोलो चेन बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। जिन्होंने आम लोगों की सेवा के साथ-साथ अपने राजस्व में भी काफी वृद्धि कर रही है। अपोलो फार्मेसी का कारोबार भी काफी बढ़ गया। कंपनी ने फोर्टिस हेल्थकेयर का भी अधिग्रहण किया।
जीआईसी (जनरल इंश्योरेंस कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया) के अध्यक्ष और मैनेजिंग डायरेक्टर के तौर पर, एलिस जी वैद्यनाथन की उपलब्धियां उल्लेखनीय हैं। जीआईसी ने उनके सक्षम नेतृत्व के तहत 10 प्रमुख ग्लोबल रिइंश्योरेंस की लीग में प्रवेश किया। जीआईसी की बाजार हिस्सेदारी 55% से बढ़ाकर 65% करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका थी।
टीएएफई, ट्रैक्टर्स एंड फार्म इक्विपमेंट के चेयरमैन और सीईओ, मल्लिका श्रीनिवासन ने वॉल्यूम के मामले में अपनी फर्म को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी ट्रैक्टर निर्माण कंपनी बना दिया।
जरीन दारूवाला सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग बैंकर बन गई। आईसीआईसीआई बैंक के साथ दो दशकों तक काम करने के बाद 2016 में स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक के सीईओ बनी, उन्होंने गिरती आय से बाहर निकलकर सिर्फ दो साल में बैंक को मुनाफे में ला दिया।
नकाटे के नेतृत्व में, बैंक ऑफ अमेरिका मेरिल लिंच ने भारत में एशिया-प्रशांत क्षेत्र में एक प्रमुख खिलाड़ी बनकर एक मजबूत मुकाम हासिल किया। उन्होंने इन्फ्राटेल और इंडस और आइडिया सेल्युलर की 1 बिलियन डॉलर हिस्सेदारी जैसे इंडस टावर्स में कई लाभदायक विलय किया।
एचटी मैनेजमेंट मीडिया के संपादकीय सेगमेंट में एक बड़ा बदलाव करते हुए शोभना भरतिया ने कंपनी को हिंदी मीडिया आउटलेट्स में अच्छा प्रदर्शन किया। उन्होंने कंपनी आय दोगुनी कर दी। वित्त वर्ष 2017-18 में कंपनी का शुद्ध लाभ 213 करोड़ रुपए हुआ।
रेणुका रामनाथ देश की एकमात्र महिला हैं, जो प्राइवेट सेक्टर में एक स्वतंत्र इक्विटी मंच बना सकती हैं, जो संपत्ति में 1 बिलियन डॉलर से अधिक का प्रबंधन करती है। EMPEA के एकमात्र बोर्ड ऑफ डायरेक्टर हैं। एक गैर-लाभकारी संगठन, जो 130 देशों में फैले ऐसेट्स में 5 ट्रिलियन का मैनेज कर रही हैं। उनकी मेहनत से कंपनी को 5 गुना रिटर्न मिला।
शिखा शर्मा भारत में सबसे सम्मानित बैंकरों में से एक हैं, जिन्होंने एक्सिस बैंक के शेयर की कीमतें सीईओ के तौर पर अपने सक्षम नेतृत्व में जून 2009 और अगस्त 2018 के बीच चार गुना बढ़ाईं।
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