नई दिल्ली। यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (Unified Payments Interface, UPI) के तहत लेनदेन ने मार्च 2022 में पहली बार 5 बिलियन के आंकड़े को पार कर लिया है। मार्च का महीना खत्म होने से 2 दिन पहले ही यह मुकाम हासिल कर लिया गया।
29 मार्च तक हुए 8,88,169 करोड़ रुपये के लेनदेन
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) यूपीआई पेमेंट्स को चलाता है और प्रबंधित करता है। डेटा के मुताबिक यूपीआई के जरिए 29 मार्च तक कुल 8,88,169 करोड़ रुपये के 504 करोड़ लेनदेन किए गए। इससे पहले अक्टूबर 2021 में, अकाउंट-टू-अकाउंट फंड ट्रांसफर प्लेटफॉर्म ने एक नया रिकॉर्ड बनाते हुए 400 करोड़ लेनदेन का आंकड़ा पार किया था।
मार्च में यूपीआई लेनदेन ने छुआ मील का पत्थर
इस साल फरवरी में थोड़ी गिरावट देखने के बाद, यूपीआई लेनदेन ने मार्च के महीने में मील का पत्थर छुआ। रिटेल ट्रांजैक्शन का मूल्य जनवरी 2022 में 8.32 लाख करोड़ रुपये से घटकर 8.27 लाख करोड़ रुपये हो गया था। इसके अलावा, जनवरी में लेनदेन की संख्या भी 461 करोड़ से गिरकर 452 करोड़ हो गया था।
भारत में बढ़ रही है यूपीआई की पैठ
जून 2016 में अपनी स्थापना के बाद से पेमेंट प्लैटफॉर्म ने एक लंबा सफर तय किया है। शून्य से बढ़कर अक्टूबर 2019 में एक अरब लेनदेन हो गए। भारत में यूपीआई का विस्तार करने के लिए, एनपीसीआई नई कार्यक्षमताओं को जोड़ रहा है जैसे कि UPI के माध्यम से रिकरिंग पेमेंट और IPO को सक्षम करने के लिए UPI ऑटोपे।
फीचर फोन के लिए यूपीआई
बिना स्मार्टफोन का इस्तेमाल करने वाले लोगों को एक क्लिक पर पैसे ट्रांसफर करने में सक्षम बनाने के लिए, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 8 मार्च को फीचर फोन के लिए UPI लॉन्च किया, जिसे UPI123Pay कहा जाता है। केंद्रीय बैंक ने डिजिटल भुगतान के लिए 24x7 हेल्पलाइन डिजी साथी (DigiSaathi) की भी घोषणा की।
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