डिजिलॉकर (DigiLocker) एक डिजिटल प्लेटफॉर्म है जो इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी (MeitY) मंत्रालय (भारत सरकार) द्वारा शुरू किया गया है, डिजिटल इंडिया कॉरपोरेशन (डीआईसी) के तहत भारत सरकार ने फिजिकल डोक्यूमेंट्स के उपयोग को कम करने और ई-डोक्यूमेंट्स के एजेंसी-वाइड स्टोरेज को सक्षम करने के लिए टारगेट किया है। डिजिलॉकर डिजिटल रूप से रिकॉर्ड और सर्टिफिकेट जारी करने और सत्यापित करने के लिए एक नेटवर्क है। अपने सभी डोक्यूमेंट्स को सुरक्षित स्थान पर रखने के लिए और इसे यूजर्स के अनुकूल तरीके से उपयोग करने के लिए आप इस ऐप या प्लेटफॉर्म का उपयोग कर सकते हैं। ऑनलाइन डिजिलॉकर बनाने के लिए नीचे बताए गए चार स्टेप्स को फोलो करें। जिसके जरिये आप आसानी से ओपन कर सकते हैं।
कस्टमर बेनिफिट्स: डिजिलॉकर लागत में कमी, पॉलिसी कॉपी की डिलीवरी नहीं होने, बीमा सेवाओं में सुधार, बीमा क्लेम में तेजी से बदलाव, प्रोसेसिंग और निपटान, विवादों में कमी, धोखाधड़ी आदि ग्राहकों की शिकायतों को दूर करेगा। इसके अलावे भी कई लाभ हैं।
हाल ही में, बीमा क्षेत्र के नियामक आईआरडीएआई ने बीमा कंपनियों से अपने पॉलिसीधारकों को डिजिटल पॉलिसी जारी करने के लिए कहा है और यह भी बताया है कि इन दस्तावेजों का उपयोग कैसे करें। नियामक ने तर्क दिया है कि इस कदम से न केवल लागत में कमी आएगी बल्कि दावा निपटान प्रक्रिया को गति देने में भी मदद मिलेगी।
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