UAN नंबर क्या होता है, जानिए इससे जुड़े सभी सवालों के जवाब

कई अलग-अलग प्रकार के मेंबर आईडी को एक ही अकाउंट से लिंक कर दिया जाता है जिसे UAN नंबर कहा जाता है। इससे सभी मेंबर आईडी की जानकारियां एक ही जगह पर आसानी से मिल जाती है।

what is UAN Number
यूएएन नंबर क्या होता है 
मुख्य बातें
  • UAN नंबर का मतलब होता है यूनिवर्सल अकाउंट नंबर
  • अलग-अलग मेंबर आईडी को एक ही अकाउंट से लिंक कर दिया जाता है जिसे UAN नंबर कहा जाता है
  • यूएएन की वेबसाइट http://uanmembers.epfoservices.in है

UAN नंबर का मतलब होता है यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (Universal Account Numbe)जो ईपीएफओ (EPFO) के द्वारा दिया जाता है। कई अलग-अलग प्रकार के मेंबर आईडी को एक ही अकाउंट से लिंक कर दिया जाता है जिसे UAN नंबर कहा जाता है। इससे सभी मेंबर आईडी की जानकारियां एक ही जगह पर आसानी से मिल जाती है। अगर किसी व्यक्ति को UAN नंबर अलॉट कर दिया गया है और वह कोई नई कंपनी ज्वाइन करता है तो उसे वहां पर वही यूएएन नंबर देना होगा ताकि वे अपनी नई मेंबर आईडी को उससे लिंक कर सकें।

कैसे प्राप्त करें UAN नंबर
इसके लिए अपने एम्प्लायर को कॉन्टैक्ट करें। आपका एम्प्लायर ही आपको आपका यूएएन नंबर दे सकता है। पोर्टल के जरिए इसे एक्सेस करने के लिए आपको http://uanmembers.epfoservices.in इस वेबसाइट को विजिट करना होगा।

UAN नंबर कैसे एक्टिवेट कराएं
इसके लिए सबसे पहले आपको http://uanmembers.epfoservices.in वेबसाइट पर जाना होगा। आपके पास इसके लिए यूएएन नंबर, मोबाइल और मेंबर आईडी होना चाहिए। एक बार एक्टिवेट हो जाने पर आप यूएएन मेंबर पोर्टल पर लॉगइन कर सकते हैं।

UAN मेंबर पोर्टल से आपको क्या-क्या लाभ है
इससे आप पासुक डाउनलोड कर सकते हैं। यूएएन कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं। पहले से मेंबर आईडी के बारे में पता कर सकते हैं। केवायसी डिटेल्स एंटर कर सकते हैं। पर्सनल डिटेल एडिट कर सकते हैं।

जॉब चेंज करने पर क्या होता है
आपको अपना यूएएन नंबर अपने नए एम्प्लायर को देना होगा इसके बाद वे ही आपका नया मेंबर आईडी जेनरेट करते हैं साथ ही आपके द्वारा अपलोड किया गया केवायसी भी अप्रूव करते हैं।

क्या कॉट्रैक्ट एम्प्लाई को भी यूएएन अलॉट होता है
ईपीएफओ से जुड़े सभी मेंबर को यूएएन नंबर जारी किया जाता है जो पर्मानेंट हों या फिर कॉंट्रैक्ट के कर्मचारी।

यूएएन नंबर से पीएफ के पैसे कैसे निकालें
अगर कोई व्यक्ति एक नौकरी छोड़कर दूसरी ज्वाइन करता है तो उसे अपने फंड नए अकाउंट में ट्रांसफर करवाना पड़ता है। अगर केवायसी दोनों एम्प्लायर के द्वारा वेरीफाई कर लिया जाता है तो एक अकाउंट को दूसरे से लिंक करके इसका फायदा उठाया जा सकता है।

Times Now Navbharat पर पढ़ें Business News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।

अगली खबर