आज की दुनिया में क्रेडिट कार्ड बेहद जरूरी वित्तीय साधन बन गए हैं। क्रेडिट कार्ड के जरिए थोड़े समय के लिए ब्याज रहित उधार लेने की आसानी से न केवल हमारी जीवन-शैली सुविधाजनक हो जाती है बल्कि इस सुविधा के जिम्मेदारीपूर्ण और बेहतर उपयोग से अपना क्रेडिट इतिहास और स्कोर अच्छा बनाए रखने में भी मदद मिलती है। इसके साथ कैश बैक, रिवार्ड पॉइंट या डिस्काउंट के रूप में मिलने वाले अतिरिक्त रिवार्ड्स से अपनी सेविंग में बेहतर वृद्धि करना भी संभव होता है। अपनी घरेलू जरूरतों के लिए ऑफलाइन या ऑनलाइन खरीदारी करने से लेकर बिल और यूटिलिटी का भुगतान करने या फीस और सब्स्क्रिप्शन शुल्क देने जैसे हर खर्च के लिए क्रेडिट कार्ड का उपयोग करना आसान और फायदेमंद हो सकता है।
यह देखते हुए कि एक कार्ड कितना फायदेमंद हो सकता है, और कैसे विभिन्न प्रकार के कार्ड अलग-अलग लाभ प्रदान करते हैं, अक्सर लोगों का सवाल होता है कि आपके पास कितने कार्ड होने चाहिए? क्या कार्ड रखने की कोई निश्चित संख्या है? और अगर ऐसा है, तो क्या आपको उन्हें लेना चाहिए? आइए, ऐसे ही कुछ सवालों के जवाब तलाशते हैं। एक से ज्यादा कार्ड होने पर आप कई सारे रिवार्ड पा सकते हैं। यहां उन अहम कारणों को जानें कि एक से ज्यादा कार्ड रखना क्यों बेहतर है।
एक से ज्यादा क्रेडिट कार्ड होने पर आपको कुल मिलाकर काफी अधिक क्रेडिट लिमिट मिल जाती है। एक सामान्य 'नो-फ्रिल कार्ड' पर आपको 1 लाख रुपए तक की लिमिट मिल सकती है। हालांकि, अगर आपके पास ऐसे दो कार्ड हैं तो आपकी लिमिट 2 लाख रुपए हो जाती है। यहां तक कि अगर ऐसे कार्ड की लिमिट 75,000 रुपए भी है तो दो कार्ड होने पर आपकी लिमिट 1.5 लाख रुपए हो जाएगी। यह किसी भी आपात स्थिति के दौरान काम आ सकता है जैसे कि अचानक अस्पताल में भर्ती होने पर या ऐसे टिकटों की खरीद में जिनका मूल्य लाखों में है। आपको स्वयं के संसाधनों या बेहद कम समय के लिए मित्रों और रिश्तेदारों से कर्ज लेने के बजाय क्रेडिट लिमिट अधिक होने से आवश्यक बड़ी राशि की व्यवस्था करने की स्वतंत्रता मिलती है।
आदर्श रूप से, किसी भी व्यक्ति को अपनी क्रेडिट कार्ड लिमिट का अधिकतम 30-40% फीसदी ही इस्तेमाल करना चाहिए। हालांकि, सिर्फ एक क्रेडिट कार्ड होने पर इस अनुपात को बनाए रखना हमेशा आसान नहीं होता है। कई बार जब आप क्रेडिट लिमिट का 80-90% तक खर्च कर बैठते हैं, तो कार्ड जारीकर्ता कंपनी से एक अलर्ट मैसेज प्राप्त होता है। जारीकर्ता कंपनी के नजरिए से, कार्ड लिमिट का अधिक उपयोग दर्शाता है कि आप उच्च जोखिम में है और इस तरह आपका क्रेडिट स्कोर कम हो सकता है। एक अतिरिक्त कार्ड का अर्थ है- क्रेडिट लिमिट अधिक होना। इसलिए, थोड़े से प्रबंधन के साथ, आप सुनिश्चित कर सकते हैं कि 30% के उपयोग अनुपात की सीमा पार न हो।
क्रेडिट लिमिट का उपयोग अनुपात कम होने से, आपका क्रेडिट स्कोर बेहतर होता जाता है जो भविष्य में आपको बड़े लोन के लिए योग्य बनाता है। बेहतर क्रेडिट स्कोर होने का सीधा अर्थ यह है कि आपकी उधार-पात्रता अच्छी है, जो वास्तव में एक अच्छी फाइनेंशियल डील कराने में मददगार साबित होती है। इसके अलावा, दो या दो से अधिक क्रेडिट कार्ड होने पर आप खरीद के साथ-साथ भुगतानों को सुचारू रूप से प्रबंधित कर पाते हैं, जिससे आपको भविष्य में भी एक साथ कई तरह के कर्ज का प्रबंधन करने के लिए पर्याप्त अनुभव मिलता है।
अलग-अलग बिलिंग चक्र के साथ, आपकी चुकौती अवधि में भी लगभग एक पखवाड़े (दो सप्ताह) का अंतर मिलता है। इस तरह, जब आप एक ही महीने के दौरान दोनों कार्डों का उपयोग करते हैं, तो आपको चुकौती के लिए दो अलग-अलग महीने मिल जाते हैं। क्रेडिट कार्ड बिलों के सेटलमेंट के नजरिए से यह प्रबंधन आपको सुविधाजनक स्थिति में बने रहने के लिए आश्वस्त करता है।
तो इसका मतलब यह है कि आपको उस दूसरे कार्ड के लिए तुरंत आवेदन करना चाहिए? हालांकि, एक से ज्यादा क्रेडिट कार्ड रखने के कई फायदे हैं, लेकिन जरूरी नहीं कि आप तुरंत दूसरे क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करें। यहाँ कुछ स्थितियां दर्शाई गई हैं जिनमें अतिरिक्त क्रेडिट कार्ड होने से आपकी समस्याएं सुलझाने के बजाय और बढ़ सकती हैं:-
1) यदि आप कर्ज में हैं:- अगर आपके पास पहले से ही ऐसे कर्जों का बोझ है जिसे चुकता करने की जरूरत है, तो ऐसी स्थिति में एक और क्रेडिट कार्ड लेने से आपके कर्ज का बोझ और ज्यादा बढ़ जाएगा। ऐसे में इससे बचना ही बेहतर है। इसके अलावा, आपके कर्ज का बोझ देखते हुए आपके पात्रता मानदंड में कमी आ सकती है।
2) यदि आप निकट भविष्य में होम लोन के लिए आवेदन करना चाहते हैं:- तो उस होम लोन (या बड़ी राशि के किसी अन्य लोन) की मंजूरी के लिए आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा होना जरूरी है। अगर आप होम लोन के लिए आवेदन करने की सोच रहे हैं, तो बेहतर होगा कि आप कुछ समय के लिए किसी नए क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन न करें ताकि आपकी पात्रता ज्यादा बनी रहे। साथ ही, नए क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करने से आपके क्रेडिट स्कोर में गिरावट आ सकती है, जिसका आपके होम लोन मिलने की संभावना पर असर पड़ सकता है।
3) यदि आपको लगता है कि आप आर्थिक रूप से अनुशासित नहीं हैं:- आपको पहले क्रेडिट कार्ड से ही अपने वित्तीय व्यवहार, कर्ज चुकाने की अपनी क्षमता या अक्षमता, और तयशुदा समय पर भुगतान करने के बारे में विचार मिल गया होगा। यदि आप वित्तीय अनुशासन बनाए रखने के बारे में आश्वस्त नहीं हैं या आकस्मिक परिस्थितियों के कारण ऐसा करने में असमर्थ हैं, तो एक और क्रेडिट कार्ड लेने से बचना बेहतर होगा।
कई क्रेडिट कार्ड रखने से एहतियात बरतने के कई कारण हैं। एक से ज्यादा बिलिंग और भुगतान चक्रों को प्रबंधित करना कठिन हो सकता है। कई कार्डों पर खर्च की निगरानी करना मुश्किल हो सकता है क्योंकि उनके बिलों की नियमित तौर पर जाँच करना दिक्कत भरा काम है। हालांकि, एक अन्य क्रेडिट कार्ड रखने का मतलब वित्तीय प्रबंधन में क्रैश कोर्स के साथ क्रेडिट लिमिट में बढ़ोतरी, कम उपयोग और बेहतर रिवार्ड्स मिलना है। इसलिए, यदि आप सुनिश्चित हैं कि आप सभी आवश्यक पात्रता मानदंडों को पूरा करते हैं और यदि आप क्रेडिट कार्ड के अनुशासित उपयोगकर्ता हैं, तो कोई कारण नहीं है कि आप एक अतिरिक्त कार्ड न लें।
(इस लेख के लेखक, BankBazaar.com के CEO आदिल शेट्टी हैं)
(डिस्क्लेमर: ये लेख सिर्फ जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। इसको निवेश से जुड़ी, वित्तीय या दूसरी सलाह न माना जाए)
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