नई दिल्ली: यूपी के नोएडा में सुपरटेक के के ट्विन टावर्स के गिराए जाने के बाद अब आम्रपाली ग्रुप पर सबकी निगाहें हैं। इस ग्रुप की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। सुप्रीम कोर्ट ने ED से आम्रपाली ग्रुप के खिलाफ जारी जांच की स्टेटस रिपोर्ट तलब की है।
गौर हो कि नोएडा के सेक्टर 93ए में सुपरटेक के ट्विन टावर को रविवार यानी 28 अगस्त दोपहर को धराशायी कर दिया गया। अवैध रूप से निर्मित इन ढांचों को ध्वस्त करने के उच्चतम न्यायालय के निर्देश के साल भर बाद यह कार्रवाई की गई। एक रेजिडेंट्स एसोसिएशन ने नौ साल पहले यहां ट्विन टावर को अवैध रूप से बनाए जाने का आरोप लगाते हुए अदालत का दरवाजा खटखटाया था।
लगभग 100 मीटर ऊंचे ढांचों को विस्फोट कर चंद सेकेंड में गिरा दिया गया। दिल्ली के ऐतिहासिक कुतुब मीनार (73 मीटर) से भी ऊंचे गगनचुंबी ट्विन टावर को ‘वाटरफॉल इम्प्लोजन’ तकनीक की मदद से गिराया गया।ट्विन टावर भारत में अब तक ध्वस्त किए गए सबसे ऊंचे ढांचे में शामिल थे। राष्ट्रीय राजधानी से लगे नोएडा के सेक्टर 93ए में सुपरटेक एमराल्ड कोर्ट हाउसिंग सोसाइटी के भीतर 2009 से ‘एपेक्स’ (32 मंजिल) और ‘सियान’ (29 मंजिल) टावर निर्माणाधीन थे।
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