कोरोना काल में डिजिटल पेमेंट तेजी बढ़ा। इसमें और तेजी लाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो अगस्त को e-RUPI लॉन्च किया। उन्होंने कहा कि e-RUPI डिजिटल पेमेंट के लिए एक नकद रहित (कैशलेस) और संपर्क रहित साधन है। e-RUPI वाउचर देश में डिजिटल ट्रांजैक्शन में डीबीटी को और भी अधिक प्रभावकारी बनाने में बड़ी भूमिका निभाएगा एवं डिजिटल गवर्नेंस को एक नया आयाम देगा। ऐसे में आप टाइम्स नाउ नवभारत के इस वीडियो के जरिये समझें कि आखिर e-RUPI है क्या, इसकी खासियत क्या-क्या है और सबसे अहम बात इससे लोगों को क्या फायदा मिलने जा रहा है।
भारतीय उद्योग जगत ने भी e-RUPI की तारीफ की। पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने कहा कि यह देश के डिजिटलीकरण की प्रक्रिया के विस्तार की दृष्टि से एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि आगे चलकर ई-रुपी से सरकार की विभिन्न योजनाएं जमीनी स्तर पर बेहतर हो सकेंगी। इससे सामाजिक कल्याण योजनाओं की प्रक्रिया तेज और सुगम हो सकेगी तथा साथ ही इससे कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व गतिविधियों में निजी क्षेत्र की दक्षता बढ़ेगी।
भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) के अध्यक्ष टी वी नरेंद्रन ने कहा कि इस पेमेंट सिस्टम के जरिए सरकार नागरिकों को मौद्रिक समर्थन बिना मध्यवर्ती इकाइयों के प्रदान कर सकेगी। उन्होंने कहा कि वाउचर सिस्टम से सभी लाभार्थियों (फीचर फोन के यूजर्स समेत) को लाभ होगा। यह कॉरपोरेट के लिए भी एक अच्छा माध्यम साबित होगा। सीआईआई के नामित अध्यक्ष संजीव बजाज ने कहा कि लाभार्थियों को 100 प्रतिशत लाभ सुनिश्चित हो सकेगा। स्पाइस मनी के संस्थापक दिलीप मोदी ने कहा कि e-RUPI से अरबों लोगों के हाथों में, विशेष रूप से आखिरी व्यक्ति तक टैक्नोलॉजी पहुंचेगी।
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