नई दिल्लीः क्रिकेट इतिहास में कई दिग्गज विकेटकीपर आए और गए लेकिन ऑस्ट्रेलिया के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज एडम गिलक्रिस्ट जैसा कोई नहीं हुआ। ना चेहरे पर कोई दबाव, ना कोई थकान। गिली के नाम से मशहूर हुए एडम गिलक्रिस्ट जब तक खेले, अपने ही अंदाज में खेले और तमाम रिकॉर्ड्स ध्वस्त करते हुए महान खिलाड़ियों की लिस्ट में शामिल हुए। ऐसा ही एक बेमिसाल रिकॉर्ड उन्होंने आज के दिन बनाया था। जब टेस्ट क्रिकेट जैसे धीमे प्रारूप में भी विरोधी गेंदबाजों की टी20 क्रिकेट की तरह धुनाई हुई थी।
हम बात कर रहे हैं साल फरवरी 2002 में जोहानिसबर्ग में खेले गए टेस्ट मैच की, जहां मेजबान दक्षिण अफ्रीकी टीम के सामने थी ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम। ऐसा नहीं था कि दक्षिण अफ्रीकी टीम के पास उन दिनों अच्छे गेंदबाज मौजूद नहीं थे। उनके पास शॉन पॉलक सहित कई दिग्गज खिलाड़ी गेंदबाजी आक्रमण में शामिल थे लेकिन एडम गिलक्रिस्ट उस मूड में थे जब वो विरोधी गेंदबाजों को स्कूल के बच्चे समझकर खेल रहे थे।
सातवें नंबर पर कोहराम
मैच में ऑस्ट्रेलियाई टीम पहले बल्लेबाजी करने उतरी थी। पहली पारी में नंबर.2 पर मैथ्यू हेडन (122 रन) और नंबर छह पर डेमियन मार्टिन (133 रन) शतक जड़ चुके थे। स्कोर शानदार हो चुका था लेकिन एडम गिलक्रिस्ट को शायद ये भी नाकाफी लग रहा था। वो उन दिनों निचले क्रम में सातवें स्थान पर बैटिंग करने उतरे थे और आते ही कोहराम मचा डाला।
गिलक्रिस्ट ने उस पारी में 212 गेंदों पर दोहरा शतक जड़कर सबको दंग कर दिया था। वो उस समय टेस्ट इतिहास का सबसे तेज दोहरा शतक था। किसी ने सोचा भी नहीं था कि टेस्ट में भी ऐसा कुछ मुमकिन है। आलम ये था कि जब गिली 169 रन बनाकर खेल रहे थे तब वो एक विज्ञापन बोर्ड पर शॉट मारने का प्रयास करने लगे थे जिस पर मारने पर बल्लेबाज को सोने का बार मिल सकता था। एडम गिलक्रिस्ट ने उस पारी में 212 गेंदों पर नाबाद 204 रनों की पारी खेली जिसमें 8 छक्के और 19 चौके शामिल थे।
दक्षिण अफ्रीका को मिली बड़ी हार
गिली के दोहरे शतक के दम पर ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 7 विकेट पर 652 रन बनाते हुए पारी घोषित की। जवाब में दक्षिण अफ्रीकी टीम अपनी पहली पारी में महज 159 रन पर ढेर हो गई। ऑस्ट्रेलिया ने द.अफ्रीका को फॉलोऑन खेलने के लिए बुलाया और इस बार 133 रनों पर समेटते हुए मैच को पारी और 360 रनों से जीत लिया जो टेस्ट क्रिकेट में दूसरी सबसे बड़ी जीत है।
एडम गिलक्रिस्ट ने इस मैच में सबसे तेज टेस्ट दोहरा शतक का रिकॉर्ड अपने नाम किया था लेकिन ये रिकॉर्ड सिर्फ तीन हफ्ते तक ही टिका। न्यूजीलैंड के पूर्व बल्लेबाज नाथन एस्टल ने तीन हफ्ते बाद इंग्लैंड के खिलाफ खेलते हुए ये रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया। नाथन ने महज 153 गेंदों पर अपना दोहरा शतक पूरा कर लिया था जिसमें 11 छक्के और 28 चौके शामिल थे। उन्होंने अपनी उस पारी में 168 गेंदों पर 222 रन बनाए थे।
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