नई दिल्ली : पाक समर्थित आतंकवादी नेटवर्क का पर्दाफाश होने के बाद पूछताछ में अब तक गंभीर खुलासे हुए हैं। दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम इन गिरफ्तार संदिग्ध आतंकवादियों से लगातार पूछाताछ कर उनका काला चिट्ठा खंगाल रही है। समाचार एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से कहा है कि इस टेरर मॉड्यूल के पीछे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) का हाथ है। सूत्रों के मुताबिक आईएसआई ने मस्कट में कुछ लोगों को सैलरी पर रखा है जो समुद्र के जरिए वहां से लड़कों को पाकिस्तान पहुंचाते हैं और फिर इन्हें ट्रेनिंग दी जाती है।
रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि गिरफ्तार संदिग्ध आतंकियों ने पूछताछ में बताया कि उनकी इस यात्रा के दौरान आईएसआई से जुड़ा एक व्यक्ति उनके साथ रहा। इस व्यक्ति का काम पाकिस्तान में मौजूद अपने हैंडलर्स को नए लड़कों के बारे में जानकारी देनी होती थी।
सूत्रों का कहना है कि इन संदिग्ध आतंकियों का प्रशिक्षण पाकिस्तान के ग्वादर बंदरगाह पर हुआ। यहां इनके लिए फायरिंग से लेकर शारीरिक प्रशिक्षण की व्यवस्था की गई थी। सूत्रों का कहना है कि आतंकियों का प्रशिक्षण भी तीन स्तरों पर हुआ। सूत्र ने कहा, 'पहली शिफ्ट में जीशान एक खास समुदाय के खिलाफ हुए अत्याचार का गुमराह करने वाला वीडियो आतंकियों को दिखाता था। इसका मकसद उनका ब्रेनवॉश करना होता था। दूसरी शिफ्ट में पाकिस्तानी सेना के लोग इन आतंकियों को बम बनाने एवं हथियार चलाने का प्रशिक्षण देते थे और तीसरी शिफ्ट में आईएसआई के लोग लड़ाकों को हमला करने के बारे में सीखाते थे।'
सूत्रों का कहना है कि संदिग्ध आतंकवादी जान मोहम्मद अंडरवर्ल्ड सरगना दाऊद इब्राहिम के भाई अनीस इब्राहिम से सीधे संपर्क में था। जान ने पूछताछ में कबूला है कि उसने टुबैको ट्रेड सेंटर में विस्फोट किया था और इस विस्फोट में अनवर नाम का कारोबारी मारा गया। महाराष्ट्र की एटीएस ने गुरुवार को जान से करीब ढाई घंटे तक पूछताछ की।
पाकिस्तान समर्थित टेरर मॉड्यूल का दिल्ली में पर्दाफाश होने और संदिग्ध आतंकवादियों के पकड़े जाने के बाद सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं। इस टेरर मॉड्यूल का नेटवर्क कई राज्यों में उजागर होने के बाद राज्यों की एटीएस सतर्क हो गई है। इस बारे में आगे की रणनीति बनाने के लिए राज्यों के एटीएस प्रमुख आज दिल्ली में मिल रहे हैं। समझा जाता है कि इस बैठक में इस तरह के टेरर मॉड्यूल की चुनौतियों से निपटने के उपायों एवं तौर-तरीकों पर चर्चा की जाएगी।