यूपी: मुख्तार अंसारी गैंग का बड़ा शूटर राकेश पांडे एनकाउंटर में ढेर, BJP विधायक की हत्या में था शामिल

क्राइम
किशोर जोशी
Updated Aug 09, 2020 | 09:21 IST

उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स ने शनिवार सुबह यूपी के लखनऊ में मुख्तार अंसारी गैंग से जुड़े एक लाख रुपये के इनामी बदमाश राकेश उर्फ हनुमान पांडे को मार गिराया है। यह एक वॉन्टेड बदमाश था।

Rakesh Pandey killed in an encounter with UP Special Task Force near Sarojini Nagar Police Station in Lucknow
UP: BJP विधायक की हत्या के आरोपी इनामी बदमाश का एनकाउंटर 
मुख्य बातें
  • यूपी एसटीएफ ने एक और बदमाश को किया एनकाउंटर में ढेर
  • बाहुबली मुख्तार अंसारी गैंग का अहम शूटर था एक लाख का इनामी बदमाश राकेश पांडे
  • बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय की हत्या में शामिल रहा था राकेश पांडे

लखनऊ: उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय (Krishnanand Rai) की हत्या में शामिल वॉटेंड बदमाश राकेश पांडेय को एक मुठभेड़ में मार गिराया है। राकेश पांडे मुख्तार अंसारी गैंग से जुड़ा था जिसपर एक लाख रुपये का इनाम था।  यूपी एसटीएफ के आईजी अमिताभ यश ने बताया कि राकेश पांडे यूपी एसटीएफ के साथ लखनऊ के सरोजनिनी नगर पुलिस स्टेशन के पास एक मुठभेड़ में मार गिराया गया है।

कई मामलों में था शामिल

राकेश पांडे ना केवल मुख्तार अंसारी का करीबी था बल्कि माफिर मुन्ना बजरंगी का भी खास आदमी थी। बंजरंगी की हत्या करने के बाद राकेश अंसारी गैंग का सबसे अहम शूटर बन गया था। काफी समय से यूपी पुलिस राकेश पांडे की तलाश में थी और उस पर एक लाख रुपये का इनाम भी घोषित था। कई हत्याकांडों को अंजाम दे चुका राकेश पांडे पर बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय की हत्या में शामिल होने के अलावा मऊ के ठेकेदार प्रकाश सिंह उर्फ मुन्ना सिंह की हत्या का भी आरोपी थी। राकेश पांडे पर गंभीर धाराओं के तहत राज्य के विभिन्न हिस्सों में लगभग एक दर्जन मामले पंजीकृत थे।

कृष्णानंद राय के काफिले पर हुई थी गोलियों की बौछार

2005 में जब गाजीपुर से मोहम्मदाबाद से विधायक कृष्णानंद राय के काफिले पर जब एके-47 से अंधाधुंध फायरिंग की गई थी तो उसमें भी राकेश पांडे का नाम सामने आया था। 400 राउंड की इस फायरिंग में विधायक राय सहित सात लोग मारे गए थे और इसका सीधा आरोप मुख्तार अंसारी पर लगा था जिसके इशारे पर मुन्ना बजरंगी ने इस बहुचर्चित हत्याकांड को अंजाम दिया था। इस मामले के एक अहम गवार की 2006 में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी।

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