नई दिल्ली: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने सोमवार को 12वीं क्लास के परीक्षा परिणाम का ऐलान कर दिया। इस बार भी लड़कियों ने लड़कों से बाजी मारी है। इन बोर्ड परीक्षाओं में 88.78 फीसदी स्टूडेंड पास हुए हैं। 2019 में 83.40 प्रतिशत छात्र उत्तीर्ण हुए थे। पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष 12वीं के बोर्ड परिणाम में 5 फीसदी का सुधार आया है। 12वीं के इन परीक्षा परिणामों में 92.15 प्रतिशत छात्राएं और 86.19 प्रतिशत छात्र उत्तीर्ण हुए हैं। वही ट्रांसजेंडर छात्रों का पास प्रतिशत 66.66 फीसदी रहा है।
गौर हो कि इस बार कोरोना की वजह से हालात के मद्देनजर सीबीएसई ने दसवीं और बारहवीं कक्षा की बची हुई परीक्षाएं रद्द कर दी थीं। हालांकि 12वीं के छात्रों के परिणाम (जिन विषयों की उन्होंने परीक्षा दी है ) छात्र-छात्राओं के प्रदर्शन और आंतरिक/ व्यावहारिक/ प्रोजेक्ट मूल्यांकन में प्रदर्शन के आधार पर घोषित कर दिए गए हैं। लेकिन इन छात्रों के एक अच्छी खबर ये है कि अगर इनमें से किसी भी छात्र को लगता है कि उनके प्रदर्शन में सुधार करने की जरूरत है तो उनके लिए वैकल्पिक परीक्षाओं का विकल्प मौजूद है। गौर हो कि वैकल्पिक परीक्षा में शामिल होने का अवसर केवल 12वीं कक्षा के छात्रों के लिए उपलब्ध है। यह 10वीं क्लास के लिए नहीं है। यानी छात्रों को लगता है कि प्रदर्शन में सुधार की गुंजाइश है तो वह इस परीक्षा में शामिल हो सकता है।
सीबीएसई द्वारा आयोजित वैकल्पिक परीक्षाओं में भी शामिल होने की अनुमति दी जाएगी
इन छात्रों को उनके प्रदर्शन में सुधार करने के लिए सीबीएसई द्वारा आयोजित वैकल्पिक परीक्षाओं में भी शामिल होने की अनुमति दी जाएगी। अगर जो छात्र ऐसा करना चाहते हैं तो उन्हें इनके लिए आवेदन करना होगा। हालांकि ये परीक्षाएं कब आयोजित होंगी इसको लेकर बोर्ड छात्रों को सूचित करेगा। खुद मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा था कि माहौल में सुधार होते ही सीबीएसई कक्षा बारहवीं के छात्रों के लिए उन विषयों में एक वैकल्पिक परीक्षा आयोजित करेगा, जिनके लिए परीक्षा पहली जुलाई से 15 जुलाई, 2020 तक आयोजित की जानी थी।
सिर्फ 12वीं क्लास के लिए यह सुविधा
पोखरियाल ने यह कहा था कि जिन उम्मीदवारों के परिणाम मूल्यांकन योजना के आधार पर घोषित किए जाएंगे उन्हें, यदि वे चाहें तो, अपने प्रदर्शन में सुधार करने के लिए इन वैकल्पिक परीक्षाओं में उपस्थित होने की अनुमति दी जाएगी।वैकल्पिक परीक्षा में शामिल होने का अवसर केवल 12वीं कक्षा के छात्रों के लिए उपलब्ध है। हालांकि दसवीं कक्षा के छात्रों के लिए आगे कोई परीक्षा आयोजित नहीं की जाएगी और मूल्यांकन योजना के आधार पर सीबीएसई द्वारा घोषित परिणाम को अंतिम माना जाएगा।
बेंगलुरू में सीबीएसई के 12वीं कक्षा का रिजल्ट 97.05 फीसदी
केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने परिणाम घोषित होने की जानकारी दी। बेंगलुरू में सीबीएसई के 12वीं कक्षा का रिजल्ट 97.05 फीसदी रहा है। सीबीएसई ने इस साल अभी तक मेरिट लिस्ट जारी नहीं की है। वहीं दिल्ली वेस्ट का रिजल्ट 94.6 फीसदी है। दिल्ली का ओवरऑल रिजल्ट 94.39 फीसदी रहा है। गौरतलब है कि इस वर्ष कोरोना वायरस के कारण 12वीं कक्षा की कई परीक्षाएं नहीं ली जा सकी। शेष रह गई इन परीक्षाओं का मूल्यांकन अन्य परीक्षाओं में हासिल किए गए अंकों के आधार पर किया गया है। 12वीं कक्षा के नतीजे घोषित किए जाने के बाद अब विभिन्न विश्वविद्यालयों में नए सत्र के लिए दाखिला प्रक्रिया भी आरंभ की जा सकेगी।