मुंबई: राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने महेश भट्ट, उर्वशी रौतेला, ईशा गुप्ता, रणविजय सिंह, मौनी रॉय और प्रिंस नरूला के खिलाफ मानसिक और यौन शोषण मामले में नोटिस जारी किया है। बी-टाउन की हस्तियों को सामाजिक कार्यकर्ता और परी फॉर इंडिया की संस्थापक, योगिता भायना को लेकर गवाह के रूप में बयान दर्ज कराने के लिए कहा गया है। योगिता ने सनी वर्मा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है, जो आईएमजी वेंचर्स के प्रमोटर हैं।
उनके खिलाफ मॉडलिंग की नौकरी और प्रोजेक्ट दिलाने के बहाने लड़कियों को ब्लैकमेल करने और यौन उत्पीड़न के आरोप में शिकायत दर्ज कराई गई थी। शिकायत के अनुसार, कई लड़कियां सनी वर्मा और उनके साथी की ओर से यौन व मानसिक हमले का शिकार हुई हैं।
निर्देश देने के बावजूद नहीं दिया जवाब:
एक ट्वीट में, NCW ने लिखा, 'सभी संभव तरीकों के माध्यम से आयोग के सामने पेश होने के निर्देश के बावजूद, इन सभी लोगों ने न तो प्रतिक्रिया देने की ज़हमत उठाई है और न ही निर्धारित बैठक में हिस्सा लिया है।'
अनुपस्थिति पर की जाएगी कार्रवाई:
NCW ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, 'एनसीडब्ल्यू ने उनकी गैर-उपस्थिति पर गंभीरता से ध्यान दिया है। बैठक अगली तारीख यानी 18 अगस्त को सुबह 11.30 बजे के लिए के लिए स्थगित कर दी गई है। आपको फिर से औपचारिक नोटिस भेजे जाएंगे और अनुपस्थित होने पर हमारी प्रक्रियाओं के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।'
विशेष फिल्म्स ने पहले महेश भट्ट की ओर से आईएमजी उपक्रमों के साथ अपनी भागीदारी के बारे में स्पष्टीकरण जारी किया था। बयान में, यह बताया गया था कि मामले में महेश भट्ट के शामिल होने की अफवाहें पूरी तरह से गलत हैं।
विशेष फिल्म्स के कानूनी वकील श्री नाइक ने बयान में कहा, 'हमारे मुवक्किल श्री महेश भट्ट पर लगाए गए आरोप तथ्यों के सत्यापन के बिना लगाए गए हैं। हम उन सभी समाचार एजेंसियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर रहे हैं, जिन्होंने झूठे आरोप लगाए हैं। और बदनाम करने वाले लेख लिखे हैं।'
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