मुंबई: जहां हिंदी आर्ट सिनेमा की बात आती है तो दो सबसे लोकप्रिय नाम- ओम पुरी और नसीरुद्दीन शाह के रहे हैं लेकिन इस क्षेत्र में और भी कुछ नाम हैं जिन्होंने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। इनमें से एक हैं- अभिनेता पंकज कपूर। वह बेहद ध्यान से अपने प्रोजेक्ट चुनने वाले एक्टर हैं।
एक अभिनेता के तौर पर उन्होंने डेड-फेस ह्यूमर (जाने भी दो यारो और ऑफिस ऑफिस, टीवी शो) या नशे में धुत आदमी (मटरू की बिजली का मंडोला) से प्रभावित किया है। इन किरदारों में एक बात खास रही कि अभिनेता कई बार तो बिना बहुत कुछ बोले अपने अभिनय से काफी कुछ कह गए। आज उनके जन्मदिन पर भारत के सबसे बेहतरीन अभिनेताओं में शुमार पंकज की 5 सर्वश्रेष्ठ भूमिकाओं के बारे में आपको बताने जा रहे हैं।
1. एक डॉक्टर की मौत:
1990 में रिलीज़ हुई यह फिल्म क्रिटिक और अवॉर्ड देने वाले निर्णायक मंडलों को प्रभावित करती रही। कपूर एक साधारण डॉक्टर की भूमिका निभाते हैं जो वैज्ञानिक शोध कर रहा है। उनकी आजीवन लड़ाई कुष्ठ रोग का इलाज खोजने की रही।
पत्नी सीमा (शबाना आज़मी) के समर्थन के साथ, वह इसके बारे में पूरी लगन से, मानवता के प्रति कर्तव्य की तरह किसी भी चीज़ को दांव पर लगाने के लिए तैयार हैं। हालांकि, एक सरकारी डॉक्टर होने के नाते उनके शोध को विश्वसनीय नहीं माना जाता है और सवाल उठाए जाते हैं। प्रयोगशाला में अपना जीवन व्यतीत करने वाले डॉ दीपांकर को बाहर की दुनिया की गंदी राजनीति और स्वार्थी सोच का सामना करना पड़ता है।
2. मकबूल:
विशाल भारद्वाज की मैकबेथ को भावभीनी श्रद्धांजलि फिल्म मकबूल में कुछ बेहतरीन कलाकार शामिल हैं। जिनमें- इरफान खान, तब्बू, ओम पुरी और नसीरुद्दीन शाह के साथ पंकज कपूर भी शुमार हैं। फिल्म में अब्बाजी के रूप में पंकज कपूर थे, जिसे तब्बू की ओर से दरगाहों और महफिलों में डॉन को मारने के लिए बहकाया जाता है। 'गिलोरी' सीन फिल्म की खासियत है।
3. जाने भी दो यारो:
कुंदन शाह की फिल्म 'जाने भी दो यारो' के कई चमकने वाले सितारों में से एक पंकज कपूर हैं। एक भ्रष्ट बिल्डर, तनेजा (पंकज कपूर) पागलपन में अपना रास्ता बंद कर देता है। फिल्म में उनका किरदार रंगीन और बेतुका लेकिन प्रभावशाली है। पंकज कपूर इसमें ख़ामोशी के अपने कौशल का बेहतरीन इस्तेमाल करते हैं।
4. ऑफिस-ऑफिस:
इस फिल्म का किरदार मुसद्दीलाल एक आम आदमी है, जो सीधे आरके लक्ष्मण के कार्टून से निकला है। लेकिन उसकी समस्याएं उसे हमेशा असामान्य मुसीबतों में डालती हैं। एपिसोड दर एपिसोड एक सीधे साधे चेहरे के साथ पंकज कपूर ने अद्भुत प्रदर्शन किया। इसका दमदार लेखन और अभिनय दूरदर्शन के दिनों की याद दिलाता है। हालांकि यह शो फिलहाल ऑफ एयर है, लेकिन इसके प्रशंसक आज भी हैं।
5. द ब्लू अम्ब्रेला:
रस्किन बॉन्ड की लघु कथा पर आधारित 'मकड़ी' के बाद 'द ब्लू अम्ब्रेला' बच्चों के क्षेत्र में विशाल भारद्वाज की वापसी की एक छोटी कहानी है। पंकज कपूर ने एक दुकानदार की भूमिका निभाई है, जिसे एक छोटी लड़की की नीली छतरी से प्यार हो जाता है और वह इसे अपने पास रखना चाहते हैं। ऐसा करने के लिए, वह इसे चुरा लेता है! कपूर का प्रदर्शन इतना दमदार था कि इसकी आलोचकों से जमकर तारीफ की।
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