पाकिस्तान के पेशावर में स्थित कपूर खानदान की पैतृक हवेली को पाकिस्तान सरकार गिराने जा रही है। इस हवेली का मौजूदा मालिक उसे शॉपिंग कॉम्प्लेक्स में तब्दील करना चाहता है। इस बारे में कुछ साल पहले किस्सा ख्वानी बाजार स्थित पैतृक हवेली को म्यूजियम में बदलने का आग्रह ऋषि कपूर ने पाकिस्तान सरकार से किया था। पाकिस्तान सरकार ने इस बारे में बातचीत भी थी लेकिन लगता है कि अब वहां की सरकार अपना वादा पूरा नहीं कर पा रही है।
बता दें खैबर पख्तूनख्वा प्रांत की सरकार इस हवेली को खरीदना चाहती थी और इसे पर्यटकों के लिये संरक्षित करना चाहती थी। लेकिन इसके मालिक हाजी मुहम्मद इसरार इसे ध्वस्त कर यहां एक शॉपिंग कॉम्प्लेक्स बनाना चाहते हैं। दोनों पक्षों में बाती भी हुई लेकिन रकम पर बात अटक गई। इस हवेली की कीमत पांच करोड़ रुपये से अधिक है।
बता दें कि 12 नवंबर 2017 को ऋषि कपूर ने एक ट्वीट किया था। इस ट्वीट में ऋषि कपूर ने कहा था- मैं 65 वर्ष का हूं और मरने से पहले पाकिस्तान देखना चाहता हूं। मैं चाहता हूं कि मेरे बच्चे अपनी धरोहर को देखें। बस करवा दीजिए। जय माता दी। ऋषि का पुश्तैनी घर पाकिस्तान के पेशावर शहर में है। वह घर पृथ्वीराज कपूर के पिता दीवान बासेश्वरनाथ कपूर ने 1918 और 1922 के बीच बनवाया था। कपूर परिवार 1947 में हुए विभाजन के बाद भारत आ गया था।
दिग्गज अभिनेता ऋषि कपूर के निधन के साथ ही उनकी एक ख्वाहिश हमेशा के लिए अधूरी रह गई। वह मरने से पहले एक बार पाकिस्तान घूमना चाहते थे। इसके लिए उन्होंने बाकायदा वीजा की भी मांग की थी। यह बात ज्यादा पुरानी नहीं है। नवंबर 2017 में उन्होंने अपनी यह दिली इच्छा सोशल मीडिया पर जाहिर की थी और उसके बाद उनकी सेहत गिरती चली गई। तकरीबन एक साल वह इलाज के लिए न्यूयॉर्क में रहे।
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