संजय दत्त ने 11 अगस्त 2020 को मेडीकल ट्रीटमेंट के लिए ब्रेक लेने की घोषणा की थी। उनकी इस अनाउंसमेंट से सब चौंक गए थे। कुछ दिनों बाद जब कोकिलाबेन अस्पताल में संजय को सांस लेने और सीने में तकलीफ होने पर भर्ती कराया गया। तब उनसे जुड़ा अपडेट सामने आया। हालांकि अभिनेता या उनके परिवार के सदस्यों ने आधिकारिक तौर पर इस बारे में कुछ नहीं बताया। लेकिन ट्रेड एनालिस्ट और फिल्म इंडस्ट्री के जानकार कोमल नाहटा ने बाद में पुष्टि करते हुए बताया कि अभिनेता संजय दत्त को स्टेज 4 का लंग्स कैंसर है।
दो महीने बाद संजय दत्त ने पुष्टि की कि वो कैंसर से लड़ रहे हैं और इस घातक बीमारी के साथ अपनी स्वास्थ्य की लड़ाई जीत गए हैं। लेकिन जब संजय का कैंसर का इलाज चल रहा था, तो डॉक्टरों ने उन्हें बताया था कि 50-50 प्रतिशत चांस है।
संजय दत्त ने बताया, 'जब ये पता चला तो मेरे अंदर बहुत गुस्सा था और मुझे आश्चर्य हुआ कि मैं ही क्यों। लोगों को यह तय करने में बहुत समय लगता है कि वे अपने ट्रीटमेंट को आगे कैसे ले जाना चाहते हैं, लेकिन मुझे जल्दी से निर्णय लेना पड़ा क्योंकि मुझे लगा कि मेरे पास ज्यादा समय नहीं है। इसलिए मैंने अपनी बीमारी को स्वीकार किया। मैंने तय किया मैं कैंसर से लड़ूंगा चाहे कुछ भी हो। जब मैं पहली बार डॉ. सेवंती लिमये से मिलने आया, तो इस मानसिकता के साथ गया था।
डॉक्टर सेवंती ने बताया कि जब संजय अपने परिवार के साथ आए थे, तो उनके मन में शांति और आसपास पॉजिटिव एनर्जी थी। जब उन्होंने इलाज के बारे में चर्चा करते समय संजय से पूछा कि उनके दिमाग में क्या चल रहा था। तो संजय दत्त ने बताया, 'एक समय था जब उन्होंने मुझे बताया कि 50-50 प्रतिशत ही चांस है और मैं चाहता हूं कि पचास प्रतिशत भी पॉजिटिव साइड में आ जाए। उस वाक्य से मुझे बहुत फर्क पड़ा। यह तब था जब मैंने यह सुनिश्चित करने का निर्णय किया कि मैं हमेशा अच्छे साइड में रहूंगा, चाहे मुझे कुछ भी करना पड़े।'
Times Now Navbharat पर पढ़ें Entertainment News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।