मुंबई. वेट्रन एक्टर और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुनील दत्त की आज जयंती है। अगर आज सुनील दत्त होते तो आज अपना 91वां बर्थडे मना रहे होते। सुनील दत्त ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत साल 1955 में आई फिल्म रेलवे प्लेटफॉर्म से की थी।
सुनील दत्त का जन्म साल 1929 को झेलम (पाकिस्तान) में हुआ है। सुनील दत्त जब पांच साल के थे तो उनके सिर से पिता का साया उठ गया था। वहीं, बंटवारे के बाद उनका पूरा परिवार भारत आ गया था। उस वक्त वह केवल 18 साल के थे।
सुनील दत्त ने बताया कि उनके परिवार की जान याकूब नाम के एक शख्स ने बचाई थी। विभाजन के बाद सुनील दत्त हरियाणा के यमुना नगर स्थित मंडोली गांव में आ गए। इसके बाद मुंबई के जय हिंद कॉलेज से भी पढ़ाई की। इस दौरान उन्होंने रेडियो सीलॉन में सेलेब्रिटी के इंटरव्यू लिया करते थे।
जब संजय दत्त होने वाले थे किडनैप
कपिल शर्मा शो में संजय दत्त ने सुनील दत्त से जुड़ा एक किस्सा शेयर किया था। संजय दत्त बताते हैं, 'रूपा नाम का डाकू उस दौरान काफी फेमस था जो गैंग को ऑपरेट करता था। मैं तब काफी छोटा था तो उन्होंने मुझे अपनी गोद में बैठा लिया।'
बकौल संजय दत्त- 'वो तब मेरे पिता से पूछने लगे कि फिल्म में अब तक आपने कितना पैसा लगाया है? पापा ने कहा था 15 लाख रुपए। तब वो बोलने लगे अगर इसे(संजय) उठा ले जाएं तो आप कितना पैसा देंगे? इस घटना के बाद ही पिता ने मुझे और मां को वापस मुंबई भेज दिया था।'
सुनील दत्त से नफरत करने लगे थे संजय दत्त
संजय दत्त जब छोटे थे तो उन्हें सुनील दत्त ने सिगरेट पीते हुए पकड़ लिया था। सुनील दत्त ने इसके बाद उन्हें हॉस्टल भेज दिया था। संजू ने बोर्डिंग स्कूल से दोनों को लेटर लिखा और कई बार माफी मांगी।
संजू ने लेटर में लिखा-माफ कर दीजिए कि मैंने आपके साथ दुर्व्यवहार किया। आपको पलटकर जवाब दिए। हालांकि, इसके बाद भी सुनील दत्त नहीं माने। संजू ने कहा- "मैं उनसे नफरत करने लगा था। किताब के मुताबिक मुझे मन में लगने लगा था कि मैं उनका बायलॉजिकल बेटा नहीं हूं।
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