मुंबई. विवेक अग्निहोत्री की फिल्म द कश्मीर फाइल्स ने साल 1990 में घाटी में कश्मीरी पंडितों के पलायन और नरसंहार की कहानी को दुनिया के सामने ला दिया है। फिल्म की पूरी टीम को अमेरिका के स्टेट ऑफ ओहियो सीनेट ने सम्मानित किया है। फिल्म के डायरेक्टर ने साइटेशन (प्रशस्ति पत्र) को सोशल मीडिया पर शेयर किया है। डायरेक्टर ने कहा कि उन्हें दुख होता है जब वह देखते हैं कि अपने ही देश की विधानसभाओं पर लोग उनकी फिल्म पर हंस रहे होते हैं और दूसरे देश के राज्य इस सच को स्वीकार कर रहे हैं।
Times Now Navbharat की एडिटर इन चीफ नविका कुमार से बातचीत में डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री ने कहा, 'अमेरिका के कांग्रेसमैन और सेनेटर ने देखा तो उन्हें भी इस बात पर आश्चर्य हुआ कि वह अभी तक गलत तरफ थे। अमेरिका में कई लोगों ने अभियान चलाया था कि कश्मीर को आजाद करना चाहिए, क्योंकि पाकिस्तान ने लॉबिंग करके उन्हें झूठ बताया था। जब उन्होंने फिल्म देखी तो इस पर रिसर्च की। इसके बाद उन्होंने मुझे ये साइटेशन दिया।'
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यूट्यूब वाले कमेंट पर दिया ये जवाब
विवेक अग्निहोत्री से पूछा गया कि फिल्म को लेकर कहा जा रहा है कि इस यूट्यूब पर डाल देना चाहिए। इस पर उन्होंने कहा, 'ये सड़क पर झापड़ खाते हुए किसी राजनेता का वीडियो नहीं है, जो फ्री में यूट्यूब पर मिल जाए। फिल्म केलिए बहुत लोगों ने मेहनत की है और बहुत लोगों ने पैसा और अपनी जिंदगी लगाई है। मैं अकेला नहीं हूं, इसमें स्टूडियों, डिस्ट्रीब्यूटर और रिसर्चर शामिल हैं। ये फिल्म इतनी सस्ती इसी कारण बनी क्योंकि जो लोग इसमें काम करने आए तो उन्होंने कहा था कि फिल्म जब पैसे कमाएगी तो तब फीस ले लेंगे।'
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शरद पवार के छुए पैर
एनसीपी के अध्यक्ष शरद पवार ने कहा था कि द कश्मीर फाइल्स को रिलीज ही नहीं होना चाहिए था क्योंकि, ये संभवतः नफरत फैलाती है। इस पर विवेक अग्निहोत्री ने कहा, 'शरद पवारजी ऐसा कह रहे हैं तो ये बहुत बड़ी हिप्पोक्रेसी (दोगलापन) है। इस बयान के दो तीन पहले वह मुझे और पल्लवी जी (जोशी) को दिल्ली से मुंबई जाते हुए प्लेन में मिले। मैंने और पल्लवी ने उनके पैर छुए। उन्होंने और उनकी पत्नीजी ने हमें आशीर्वाद दिया कि बच्चे तुमने बहुत अच्छी फिल्म बनाई है। अगर उन्हें इस तरह का कुछ लगता था तो मैं उनसे इतना छोटा हूं वह मेरे मुंह पर बोल सकते थे कि तुम्हें ऐसी फिल्म नहीं बनानी चाहिए थी। मुंह में राम बगल में छुरी। ऐसी राजनीति कांग्रेस के वक्त में नेता किया करते थे। इसी कारण कश्मीर में जो हुआ वह हुआ।'
फारूक अब्दुल्ला पर कही ये बात
जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला पर विवेक अग्निहोत्री ने कहा, 'मैंने फिल्म बनाते वक्त कश्मीर के कई जवान लड़के-लड़कियों के साथ काम किया। मुझे एक फोन आया था उन्होंने मुझसे कहा, आपको लोग कह रहे हैं कि फिल्म से कमाए पैसे इधर-उधर दे दो। आपको फारूक साहब को फोन करके कहना चाहिए कि करोड़ों-अरबों कमाए उसे आप फ्री में जनता को क्यों नहीं दे देते हैं।
बकौल डायरेक्टर, 'मेरे कहने की कोई जरूरत नहीं है, आप कभी भी कश्मीर जाए तो एक टैक्सीवाला भी यही कहेगा कि कश्मीर को बर्बाद करने में केवल दो परिवार जिम्मेदार है, एक मुफ्ती फैमिली और एक अब्दुल्ला फैमिली। कोई यदि सोचता है कि कश्मीर के लोग इन फैमिली से बेहद खुश है तो ये गलतफहमी है। फारूक अब्दुल्ला डिस्को किंग के नाम से जाने जाते हैं, ये मेरी फिल्म में भी डायलॉग था, जिसे सीबीएफसी ने हटा दिया था।'
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