मुंबई: कई अभिनेताओं के लिए उनकी फिल्मों की अच्छी समीक्षा मायने रखती है, लेकिन कुछ सितारे ऐसे हैं जो इस बात को गंभीरता से ना लेते हुए परेशान नहीं होते। अक्षय कुमार हमेशा से ऐसे ही एक्टर्स में से एक रहे हैं। अभिनेता कड़ी मेहनत में विश्वास करते हैं और एक बार अपनी फिल्म पूरी करने के बाद, वह दर्शकों के हाथों में सब कुछ छोड़ देते हैं। इस मौके पर अक्षय कुमार के एक पुराने इंटरव्यू का जिक्र करना जरूरी है, जिसमें उन्होंने फिल्म समीक्षकों के दोहरे मानदंड की जमकर आलोचना की थी। उनकी फिल्म 'अंदाज़' बुरी समीक्षाओं के बावजूद बॉक्स ऑफिस पर ब्लॉकबस्टर हिट साबित हुई थी।
आलोचकों ने उनके प्रदर्शन और फिल्म को नुकसान पहुंचाने की कोशिश पर प्रतिक्रिया देते हुए अक्षय ने कहा था, 'मुझे पता था वह लोग आलोचना करेंगे। जब भी उन्हें कोई फिल्म पसंद आती है, तो वह असफल हो जाती है। ये चीजें मायने नहीं रखती हैं। कोई बात नहीं।'
अक्षय ने फिल्म क्रिटिक्स के दोहरे मापदंड को उजागर किया था और कहा था, 'कई बार मुझे अवॉर्ड फंक्शन में प्रदर्शन करने के लिए संपर्क किया गया है और बदले में, एक अवार्ड मिलने का वादा भी किया गया। फिल्म आलोचना अच्छी चाहिए तो आपको कुछ खास लोगों की गुड बुक्स में होना चाहिए, जो लोग इन चीजों को नियंत्रित करते हैं। अभी, मैं अंदाज़ फिल्म को लेकर बहुत खुश हूं। इंडस्ट्री को हिट फिल्मों की जरूरत है।'
जहां एक ओर अक्षय की फिल्म 'अंदाज़' रिलीज के तुरंत बाद हिट साबित हुई थी, वहीं फिल्म को स्किन शो के लिए कुछ दर्शकों की ओर से आलोचना का सामना भी करना पड़ा था। जब अक्षय से विवाद पर जवाब देने के लिए कहा गया, तो उन्होंने फिल्म का बचाव किया और कहा, 'दोनों लड़कियों ने वही किया जो स्क्रिप्ट की मांग थी। प्रियंका ने एक निगेटिव किरदार निभाया, इसलिए वह हर समय साड़ी में नहीं दिख सकती थीं।'
अक्षय ने अंदाज़ को एक सोशल ड्रामा फिल्म बताया था, 'मुझे नहीं लगता कि अंदाज़ में स्किन शो बहुत ज्यादा है। यह एक सोशल ड्रामा है और यही बात दर्शकों को आकर्षित कर रही है। आखिरी 35 मिनट काफी मजेदार थे जब हीरोइनें बहनें निकलती हैं। उन्होंने पहले ऐसा कभी नहीं देखा था।'
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