Special Ops 1.5 Review: 'स्पेशल ऑप्स 1.5: द हिम्मत स्टोरी' को इसके पहले सीज़न की तरह फ्लैशबैक में तैयार किया गया है। सीरीज की शुरुआत दिल्ली पुलिस अधिकारी अब्बास शेख (विनय पाठक) के नैरेशन से होती है। जिसमें वह हिम्मत की कहानी को 'सरकारी बाबुओं' यानि चड्ढा (परमीत सेठी) और बनर्जी ( काली प्रसाद मुखर्जी) को सुनाने हुए नजर आते हैं।
इसके बाद एक और मामला है, जिसमें मनिंदर (आदिल खान) के बारे में पूर्व-रॉ एजेंट के पास उसके बारे में संवेदनशील जानकारी होने की डिटेल होती है, इसके बारे में भी बताया जाएगा। सीरीज की पूरी कहानी रॉ एजेंट हिम्मत की खोज, उसके दस्ते में शामिल प्रमुख विजय (आफताब शिवदासानी) और मनिंदर के इर्द गिर्द घूमती नजर आएगी। स्पेशल ऑप्स 1.5 इस बात पर प्रकाश डालता है कि हिम्मत सिंह कैसे बने।
पिछले सीजन से कनेक्ट करने की कोशिश
पहला एपिसोड दर्शकों और समीक्षकों का ध्यान शुरू से ही खींचने में कामयाब होता नजर आता है। निर्माताओं ने दर्शकों को पिछले सीजन की कहानी से कनेक्ट करने के लिए पर्याप्त फ्लैशबैक का इस्तेमाल किया है। जिसमें उन्हें पहले सीज़न की याद दिलाई जाती है जिसमें 2021 में संसद पर हमले को दिखाया जाता है। 7 साल पुराने इस किस्से को रिवाइंड करते हुए, हिम्मत का सामना एक रहस्य से होता है।
हिम्मत की ईमानदारी से दर्शक होंगे रूबरू
श्रृंखला का सबसे अच्छा हिस्सा पहले एपिसोड में जुटाने की कोशिश की गई है। इसमें हिम्मत की "रिटायरमेंट फंड" तय करने के लिए एक ऑडिट किए जाने के सीन को दिखाया जाता है। इसमें उन अधिकारियों की नकारात्मक राय है जो उसे नीचे गिराना चाहते हैं। वहीं पहले सीज़न से परिचित लोग जानते हैं कि हिम्मत ईमानदार, समर्पित और एक सच्चे देशभक्त हैं, जिन्हें राष्ट्र के लिए अपने प्यार की घोषणा करने के लिए शब्दों की जरूरत नहीं होती है। वह समय आने पर अपने कर्तव्यों को पूरा करते हैं।
एक्टरों ने दिखाया दमदार अभिनय
एक युवा रॉ एजेंट हिम्मत के रूप में के के मेनन ने शानदार अभिनय हैं। उनका प्रदर्शन आश्वस्त करने वाला है। उनके साथ आफताब शिवदासानी (अधिकारी विजय कुमार) हैं, जो यहां बेहतरीन फॉर्म में नजर आ रहे हैं। शो में विजय की पत्नी सरोज के रूप में गौतमी कपूर भी हैं। ऑडिटर के रूप में हिम्मत के जीवन की गहराई में जाने पर, परमीत सेठी और केपी मुखर्जी अच्छा काम करते हैं। मनिंदर सिंह और ऐश्वर्या सुष्मिता की भूमिका निभाने वाले आदिल खान भी हैं, जिन्हें संक्षेप में पेश किया जाता है।
पहले एपिसोड में दिखेगा कम एक्शन
सीरीज का पहला एपिसोड संवादों पर अधिक है और एक्शन दृश्यों पर उतना नहीं। इसमें तीखे वन-लाइनर्स हैं। विशेष रूप से 'कोई प्रश्न नहीं पूछें, कोई झूठ नहीं सुनें' जैसे संवादों का इस्तेमाल किया गया है। कुल मिलाकर, नीरज पांडे द्वारा निर्मित चार-एपिसोड श्रृंखला का पहला एपिसोड आशाजनक लगता है।
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