रामानंद सागर के टीवी शो रामायण को एकबार फिर से दर्शकों का खूब प्यार मिल रहा है। रामायण के हालिया एपिसोड में लंकापति रावण के छोटे भाई कुंभकर्ण की एंट्री हुई है जिसे देखकर दर्शका काफी खुश हैं। ऑडियंस को कुंभकर्ण का रोल काफी पसंद आ रहा है। जो लोग सिर्फ ये सोचते थे कि कुंभकर्ण सिर्फ ज्यादा नींद लेने और खाने के लिए जाना जाते हैं। उनको भी कुंभकर्ण की समझदारी और भ्राताप्रेम देखकर उससे लगाव हो गया।
रामायण में रावण के छोटे भाई कुंभकर्ण का रोल नलिन दावे ने निभाया था। कम ही लोग जानते हैं कि रावण यानी अरविंद त्रिवेदी और नलिन दावे काफी पुराने दोस्त थे। दोनों रामायण में काम करने के कई साल पहले से एक-दूसरे को जानते थे। अरविंद त्रिवेदी ही वो शख्स थे जिन्होंने रामानंद सागर की रामायण में नलिन दावे की एंट्री कराई थी।
दरअसल तीन भाई-बहनों में सबसे छोटे नलिन दावे शुरू के ही रंगमंच पर काम करना चाहते थे। ब्राह्मण मिडिल क्लास फैमिली से बिलॉन्ग करने वाले नलिन दावे ने जब एक्टिंग में अपने करियर की शुरुआत करने का फैसला किया तो उन्हें परिवार के विरोध का भी सामना करना पड़ा। 26 साल की उम्र में रामायण के स्टार नलिन दावे को गुजराती फिल्म Bhader Tara Vaheta Pani में पहला ब्रेक मिला। यहीं से नलिन दावे की किस्मत चमक उठी और उन्हें लगातार कई गुजराती फिल्मों में विलेन के रोल ऑफर होने लगे।
80 से दशक में नलिन दावे गुजराती सिनेमा में बड़ा नाम बन चुके थे। ये वही दौर था जब रामायण में रावण का किरदार निभाने वाले अरविंद त्रिवेदी भी गुजराती फिल्मों की शान हुआ करते थे। नलिन दावे और अरविंद त्रिवेदी ने साथ में कई गुजराती फिल्मों में काम किया। यहीं से दोनों की दोस्ती हुई और बाद में ये काफी लंबी चली।
रामायण में गुजराती सिनेमा के स्टार अरविंद त्रिवेदी और नलिन दावे ने भाईयों का रोल निभाया। नलिन ने कुछ हिन्दी फिल्मों में भी काम किया। हालांकि वो महज 50 साल की उम्र में ही इस दुनिया को अलविदा कह गए। 1989 में आई फिल्म आपकी सजा उनके करियर की आखिरी फिल्म साबित हुई।
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