आयुर्वेद में सहजन को अमृत इस कारण माना गया है, क्योंकि ये तीन सौ से ज्यादा बीमारियों की दवा है। खास बात ये है कि इसकी सब्जी भी बेहद स्वादिष्ट होती है और रोगों के इलाज में भी ये बहुत काम आता है। दक्षिण भारतीय घरों में सहजन का प्रयोग सबसे ज्यादा होता है। इसकी नर्म पत्तियां और फल दोनों ही सब्जी के रूप में प्रयोग किए जाते हैं। सहजन की फली, हरी पत्तियों व सूखी पत्तियों में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, कैल्शियम, पोटेशियम, आयरन, मैग्नीशियम, विटामिन-ए, सी और बी कांप्लेक्स भरपूर मात्रा में पाया जाता है।
जानें, किन बीमारियों में सहजन का प्रयोग होता है फायदेमंद
सहजन को सूप या सब्जी के रूप में खाना ब्लड प्यूरिफायर की तरह काम करता है। ये कैंसर जैसे रोगों में भी बहुत लाभदायक होता है।