आजकल की लाइफस्टाइल में फिट रहने के लिए वर्कआउट करना बहुत जरूरी है और इसके साथ ही हेल्दी डाईट भी उतनी ही जरूरी है। शरीर को सभी जरूरी न्यूट्रिशन मिलें इसके लिए अपनी डाईट में अंडे को शामिल करें। अंडे में सबसे ज्यादा मात्रा में प्रोटीन तो होता ही है इसके साथ- साथ उसमें 13 जरूरी विटामिन और मिनरल्स भी होते हैं।
विटामिन A- 6 प्रतिशत
विटामिन B5- 7 प्रतिशत
विटामिन B12- 9 प्रतिशत
फास्फोरस - 9 प्रतिशत
विटामिन B2- 15 प्रतिशत
सेलेनियम - 22 प्रतिशत
कई लोग अंडे तो खाते हैं लेकिन योक नहीं खाते, अगर आप भी ऐसा करते हैं तो ना करें क्योंकि सबसे अधिक न्यूट्रिएंट्स योक में ही मौजूद होते हैं। एग व्हाइट और योक साथ में खाया जाए तो यह संतुलित मात्रा में प्रोटीन, फैट और कैलोरी देता है।
आंखों के लिए अच्छा
अंडे में विटामिन ए होता है जो आंखों को हेल्दी रखने में मदद करता है। विकासशील देशों में बच्चों में अंधेपन का सबसे बड़ा कारण विटामिन ए की कमी है। जानकारी के मुताबिक अंडे के सेवन से मोतियाबिंद का खतरा भी कम होता है।
दिमाग के लिए है अच्छा
एक अंडे में 125.5 मिलीग्राम कोलीन होता है, जो एक दिन में आपकी जरूरत का लगभग 1/4 है। कोलीन हृदय और मस्तिष्क सेहत के लिए अच्छा है। शरीर में कोलीन की कमी से कई गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। कोशिकाओं के आसपास की झिल्ली कोलीन की मदद से बनती है।
ब्रेस्ट कैंसर का खतरा करता है कम
एक हालिया अध्ययन में पाया गया कि अंडे स्तन कैंसर के खतरे को कम कर सकते हैं। यह सबसे ज्यादा तब काम करता है जब किशोरावस्था में अंडे का सेवन किया जाता है। यह भी पाया गया है कि जो महिलाएं हर हफ्ते कम से कम छह अंडे खाती हैं, उनमें स्तन कैंसर का खतरा उन महिलाओं की तुलना में 44 फीसदी तक कम होता है, जिन्होंने कम अंडे खाए या नहीं खाए।
वजन घटाने में मददगार
अंडे में हाई प्रोटीन होता है जिसके चलते वो वजन घटाने में मदद करते हैं। प्रोटीन से लंबे समय तक पेट भरा रहता है, यह आपके मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है, जिससे अधिक कैलोरी बर्न करने में मदद मिलती है।
बढ़ाता है गुड कोलेस्ट्रॉल (HDL)
अंडा शरीर में गुड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता है। गुड कोलेस्ट्रॉल वाले लोगों में दिल की बीमारियों और स्ट्रोक का खतरा कम होता है। एक स्टडी के मुताबिक 6 हफ्ते तक रोजाना दो अंडे खाने से HDL (हाई डेंसिटी लिपोप्रोटीन) का स्तर 10 फीसदी तक बढ़ जाता है, जिसके कारण दिल की बीमारी और स्ट्रोक का खतरा कम होता है।
Disclaimer: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)