नई दिल्ली. हर घर में शहद होता है और ये कई चीजो में प्रयोग होता है। खाने-पीने का स्वाद बढा़ने से लेकर सेहत तक के लिए ये बहुत जरूरी चीज है। शहद को अमृत के समान माना गया है और यही कारण है कि नवजात शिशुओं तक को शहद चटा दिया जाता है।
शहद शुद्ध हो तभी ये फायदेमंद होता है, अगर ये नकली हो तो फायदे की जगह ये शरीर के लिए बेहद नुकसानदायक साबित होता है। वेट कम करने के लिए भी लोग शहद का प्रयोग करते हैं, वहीं कुछ आयुर्वेदिक दवाओं को शहद के साथ ही खाना होता है। ऐसे में जरूरी है कि यह पहचाना जाए कि जो शहद खाया जा रहा वह शुद्ध है या नहीं।
शुद्ध शहद में विटामिन, प्रोटीन, खनिज और अमीनो एसिड होता है। शहद की शुद्धता को जांचने का सबसे आसान तरीका है, उसकी एक बूंद आप फ्लोर पर टपकाएं। यदि शहद की बूंद मोती की तरह फ्लोर पर पड़ी रहे तो वह शुद्ध है और वह बहने लगे तो नकली है।
पानी से करें पहचान
शुद्ध शहद की पहचान पानी से की जा सकती है। एक कांच की गिलास में पानी लें और उसमें एक चम्मच शहद डालें। अगर शहद गिलास के नीचे जा कर बैठ जाता है तो यह शुद्ध है और अगर ये पानी में घुल जाए तो समझ लें कि इसमें कुछ न कुछ मिलावट है।
शहद की शीशी जिसमें शहद है अगर उसके नीचे कुछ जमा हुआ या क्रिस्टल सा नजर आ रहा तो समझ लें कि शहद में चीनी मिक्स है। अगर शहद ट्रांसपेरेंट हो और आरपार नजर आए तो शहद शुद्ध है।
आग में जला कर करें शहद का टेस्ट
शहद की शुद्धत आग में जला कर भी की जा सकती है।शुद्ध शहद तुरंत आग पकड़ लेता है। इसके लिए आप एक मोमबत्ती जला दें और एक कॉटन बॉल लेकर उसमें शहद लगा दें। अब इस कॉटन को आप मोमबत्ती से जलाने का प्रयास करें, यदि ये तुरंत आग पकड़ तो समझ लें कि शहद शुद्ध है अन्यथा इसमें पानी की मिलावट हो सकती है।
शहद की शुद्धता को चेक करने के लिए आप इसे कपड़े पर भी डाल सकते हैं। अगर कपड़े पर शहद की बूंद तुरंत सूख जाए तो ये नकली शहद की निशानी है और अगर ये कपड़े पर बंदू की तरह बनी रहे तो ये शुद्ध शहद माना जाएगा।