Chinese Covid-19 vaccines: चीन ने अपने यहां तैयार कोरोना वैक्सीन दुनिया के सामने की पेश, जानिए कब होगी लांच

हेल्थ
रवि वैश्य
Updated Sep 07, 2020 | 19:09 IST

China shows Covid-19 vaccines for first time: चीन ने दुनिया के सामने अपनी पहली कोरोना वायरस वैक्सीन (,China first corona vaccine) को पेश कर दिया है, इसका इंतजार लंबे समय से दुनिया को था।

 China presents its first covid-19 vaccine to the world know when will launch
प्रतीकात्मक फोटो 
मुख्य बातें
  • चीनी कंपनी सिनोवैक बायोटेक और सिनोफार्म की ओर से तैयार की गई वैक्सीन प्रदर्शन के लिए रखी गई
  • चीनी वैक्सीन के तीसरे चरण का क्लिनिकल ट्रायल अभी जारी है
  • वैक्सीन के निर्माताओं को उम्मीद है कि इस साल के अंत तक इसे बाजार में लॉन्च कर दिया जाएगा

चीन ने पहली बार अपने देश में तैयार कोरोना वैक्सीन को पेश किया है मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक सोमवार को बीजिंग में आयोजित इवेंट में चीनी कंपनी सिनोवैक बायोटेक और सिनोफार्म की ओर से तैयार की गई वैक्सीन प्रदर्शन के लिए रखी गई, हालांकि इस वैक्सीन को अभी बाजार में रिलीज नहीं किया गया है और अभी इसका महज प्रदर्शन किया गया है।

चीनी वैक्सीन के तीसरे चरण का क्लिनिकल ट्रायल अभी जारी है, लेकिन वैक्सीन के निर्माताओं को उम्मीद है कि तीसरे चरण का ट्रायल पूरा होने के बाद इस साल के अंत तक इसे बाजार में लॉन्च कर दिया जाएगा, इस वैक्सीन के सभी ट्रायल्स (Vaccine Trials) सफलतापूर्वक खत्म होने के बाद इसे बाजार में जारी करने की बात कही जा रही है, कहा जा रहा है कि यह वैक्सीन मॉर्केट में 2020 के आखिरी में ही उपलब्ध हो सकती है ऐसी उम्मीद जताई जा रही है।

फैक्ट्री में हर साल 300 मिलियन डोज तैयार की जा सकेंगी

दुनिया को बेसब्री से कोरोना वैक्सीन का इंतजार है और कई देश इस दौड़ में लगे हुए हैं, बताया जा रहा है कि जिस कोविड-19 वैक्सीन को चीन ने प्रदर्शित किया है वह दुनिया के उन 10 वैक्सीनों में शामिल है जो अपने क्लिनिकल ट्रायल के आखिरी फेज में हैं। सिनोवैक के प्रतिनिधि के मुताबिक उनकी कंपनी ने पहले से ही वैक्सीन के निर्माण के लिए फैक्ट्री बनाने की तैयार पूरी कर ली है और बताया जा रहा है कि इस फैक्ट्री में हर साल 300 मिलियन डोज तैयार की जा सकेंगी, सोमवार को ट्रेड फेयर में इसका प्रदर्शन किया गया, जहां लोग इसके बारे में जानकारी लेते नजर आए।

कोरोना वायरस से निपटने के लिए चीन की विश्व स्तर पर आलोचना हो रही है और उसपर इस संक्रमण को दुनियाभर में फैलाने का भी आरोप लग चुका है।चीन की कोशिश है कि इस वुहान शहर से पैदा हुए वायरस को लेकर उसकी इमेज को जो नुकसान पहुंचा है उसे कैसे भी ठीक किया जाए। 

रूस के सेचेनोव यूनिवर्सिटी ने कोरोना वैक्सीन को लेकर बड़ा दावा किया था

इससे पहले जुलाई में कोरोना वैश्विक महामारी के बीच रूस के सेचेनोव यूनिवर्सिटी ने कोरोना की वैक्सीन को लेकर एक बड़ा दावा किया था। यूनिवर्सिटी ने दावा किया था कि उसने कोरोना वायरस की वैक्सीन को तैयार कर लिया है और इसके परीक्षण के सभी चरण सफलतापूर्वक पूरे कर लिए गए हैं। हालांकि इससे ब्रिटेन, थाइलैंड, इटली सहित कई देशों ने दावा किया कि वो कोरोना वैक्सीन के ट्रायल वाले चरण में हैं और जल्द ही इसे पूरा कर लिया जाएगा।तमाम विकसित देश वैक्सीन तैयार करने में जुटे हैं,हाल के दिनों में दुनियाभर में वैक्‍सीन को लेकर ट्रायल में तेजी आई है और कई वैक्‍सीन अब थर्ड फेज में पहुंच गई हैं। सभी उम्मीद जता रहे हैं कि इस साल के अंत तक कोरोना की वैक्सीन दुनिया के सामने होगी।

सेचेनोव फर्स्ट मॉस्को स्टेट मेडिकल यूनिवर्सिटी के मुताबिक, ने 18 जून को रूस के गेमली इंस्टीट्यूट ऑफ एपिडेमियोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी द्वारा निर्मित टीके का ​​परीक्षण शुरू किया था। इस दौरान कई चरण में ट्रायल हुए और सफलतापूर्वक  इसका परीक्षण किया गया। जिन स्वयंसेवकों पर परीक्षण किया गया उनका पहला ग्रुप बुधवार को और दूसरा 20 जुलाई को डिस्चार्ज किया जाएगा।

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