कोविड-19 ने अब तक लगभग करोड़ों लोगों को अपनी चपेट में ले लिया है। यह संक्रमण जानलेवा होने के साथ लोगों के डर का भी कारण बना हुआ है। राहत की बात यह है कि संक्रमण के बाद मरीजों के ठीक होने का आंकड़ा भी तेजी से बढ़ रहा है। हालांकि इस भयानक महामारी ने अधिकतर घरों मे दस्तक दी है।
ऐसे में हमें यह जानना जरूरी है कि यदि आपके घर में किसी सदस्य को कोरोना हो जाता है यानि कोरोना पॉजिटिव आ जाता है तो आप उसकी देखभाल के साथ अपने बचाव के लिए एहतियात कैसें बरतें। क्योंकि मरीजों की देखभाल के दौरान आपके संक्रमित होने का खतरा बढ़ सकता है। तो आइए जानते हैं घर में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की देखभाल के साथ अपने बचाव के कुछ ऐसे टिप्स जो आपको इस महामारी के संक्रमण से रखेंगे दूर।
कोविड मरीजों के संपर्क में आने पर 50 प्रतिशत संक्रमण के स्तर में वृद्धि
विशेषज्ञों के दिशानिर्देशों के अनुसार पास के घर या फिर एक ही घर में कोरोना मरीजों के साथ रहने पर 50 प्रतिशत आपके संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में आपको इससे बचने के लिए सावधानी बरतने की आवश्यकता होती है। इसलिए यदि आप किसी ऐसे व्यक्ति के साथ रह रहे हैं जिसके घर में कोरोना है या घर में कोविड 19 मरीजों की देखभाल कर रहे हैं तो आपको ये एहतियात बरतना जरूरी है।
होम आइसोलेशन के कोरोना मरीजों के संपर्क में रहने पर रखें इन बातों का ध्यान
होम आइसोलेशन कोरोना के इलाज में सबसे कारगार दवा साबित हो रही है। लोग अस्पतालों में भर्ती हुए बिना कोरोना संक्रमण को मात दे रहे हैं। आपको बता दें कुल सक्रिय मरीजों में लगभग 50 प्रतिशत मरीज घर पर ही रहकर इस भयावह बीमारी को मात दे रहे हैं। ऐसे में जब आप एक ही घर में कोरोना मरीजों के साथ रह रहे हों या फिर मरीजों की देखभाल कर रहे हों तो आप को खुद को संक्रमण से दूर रखना जरूरी हो जाता है। इसलिए आपको संक्रमित व्यक्ति के साथ अपने संपर्क को कम करना चाहिए। बीमार व्यक्ति के लिए एक अलग में रूम में क्वारेंटाइन करें और उसके द्वारा उपयोग किए गए सामान से दूरी बनाएं जब तक ठीक नहीं हो जाता है यानि रिपोर्ट नेगेटिव नहीं आ जाती है।
इसके साथ ही यदि हो तो कोरोना से संक्रमित मरीजों को घर में एक अलग बाथरूम का प्रयोग करना चाहिए। जिसकी दूरी आपके बाथरूम से 6 से 7 फीट होनी चाहिए। क्योंकि इस दौरान वायरस तेजी से फैलता है और आपके संक्रमित होने का खतरा बढ़ जाता है।
खुद को रखें आइसोलेशन में
होम आइसोलेशन के दौरान अपने कमरे में ही रहें और घर के दूसरे कमरों में ना जाएं। साथ ही दरवाजे, टेबल, खिड़कियां जैसी चीजों को छूने से बचें। जिससे घर के अन्य सदस्यों के कोरोना के चपेट में आने का खतरा कम हो सके। इसके साथ ही आपको संक्रमण के दौरान 14 दिनों तक होम आइसोलेशन करके रखना चाहिए। डॉक्टर के द्वारा बताई गई दवाईयों को नियमित रूप से खाएं। अगर आप किसी और चीज की दवा लेते हैं तो डॉक्टर की सलाह के बाद उसे खाएं और जो कोविड मरीजों के संपर्क में आए हों वो भी खुद को आइसोलेट करें।
मास्क पहनना बेहद जरूरी
होम आइसोलेशन के दौरान मरीजों को और उनकी देखभाल करने वाले लोगों को मास्क पहनना बेहद जरूरी है। इस दौरान ट्रिपल लेयर वाले मास्क को पहनना आवश्यक होता है। यह 70 प्रतिशत आपको इस वायरस के संक्रमण से दूर रखता है। आप इस दौरान N95 मास्क का प्रयोग कर सकते हैं। यह आपको अधिक सुरक्षा की गारंटी देता है और संक्रमण फैलने से लेकर इसे रोकन में मदद करता है। यदि आप सर्जिकल मास्क का प्रयोग करते हैं तो उसे हर 8 घंटे में बदलें। ऐसा करने से आप संक्रमित व्यक्ति के बीच रहने के बाद भी खुद को इससे दूर रख सकते हैं।
घर को करें हर घंटे में सैनेटाइज
संक्रिमित व्यक्ति के आसपास मौजूद होने पर वायरस का संक्रमण घर में मौजूद सामानों के छुए जाने पर तेजी से फैलता है। ऐसे में आप लगातार घर को सैनेटाइज करते रहें और चेहरे, कान नाक, आंख और मुंह पर हाथ लगाने से पहले हाथों को अच्छी तरह साबुन से 30 से 40 सेकेंड तक धुलें ताकि आप इससे संक्रमित होने से बच सकें।
डाइट पर दें विशेष ध्यान
संक्रमण के दौरान खुद को स्वस्थ रखने लिए आप अपने डाइट पर विशेष ध्यान रखें। इस दौरान इम्यूनिटी को स्ट्रॉन्ग रखने वाली चीजों का अधिक मात्रा में सेवन करें औऱ पानी की अधिक मात्रा लें। इम्यून सिस्टम बूस्ट करने वाले फलों को खाएं। इसके साथ ही फिजिकल एक्टिविटी पर भी विशेष ध्यान रखें। ऐसे में आप योगा और मेडिटेशन करें ताकि आप एक्टिव रह सकें।
रिपोर्ट नेगेटिव आने पर भी रखें दूर
कोविड 19 के संपर्क में आने वाले व्यक्ति के रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद भी कुछ दिनों तक लोगों से दूरी बनाए रखें। इस दौरान आप भीड़ में जानें से बचें और अफवाहों पर भरोसा न करें और खुद को स्वस्थ रखने के लिए और इम्यून सिस्टम को स्ट्रॉन्ग बनाने के लिए अपनी डाइट पर ध्यान दें।
क्वारेंटाइन के दौरान खुद को रखें खुश
क्वारेंटाइन और आइसोलेशन के दौरान आप खुद को अकेलापन महसूस ना करें और मानसिक तौर पर स्वस्थ रहें, इसके लिए आप वीडियो कॉल के जरिए अपने दोस्तों और परिवार के सदस्यों से बातचीत कर सकते हैं। मनोरंजन के लिए आप टीवी देखना, न्यूज पेपर पढ़ना आदि कर सकते हैं।