देश इस वक्त कोरोना महामारी से जूझ रहा है। कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्यों में से एक दिल्ली भी है, लेकिन धीरे-धीरे इस शहर ने रिकवर भी काफी जल्दी किया। हालांकि दिल्ली के निवासियों की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं, क्योंकि हाल ही में रिपोर्ट से पता चला है कि लगभग 5 वायरल संक्रमण का खतरा दिल्ली के लोगों पर है। जिनमें कोविड-19 भी शामिल है।
नेशनल हेराल्ड में एक रिपोर्ट के अनुसार कोविड-19 के अलावा H1N1 या स्वाइन फ्लू, डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के मामले भी दिल्ली में सामने आने लगे हैं। यहां तक कि दिल्ली में इस साल मौसमी बीमारी के मामलों में वृद्धि हुई है।
डेंगू और मलेरिया जैसी मौसमी बीमारियों के मामलों में वृद्धि का श्रेय मानसून के मौसम को भी दिया जा सकता है, और कुछ हफ्तों से शहर में भारी बारिश भी हो रही है। पहले से ही स्वास्थ्य विभाग पर कोविड-19 के कारण स्थिति गंभीर बनी हुई है, ऐसे में इन बीमारियों का भी प्रभाव लोगों पर देखने को मिल सकता है। वहीं इन सभी बीमारियों के लिए उपचार की आवश्यकता होती है, अगर समय पर इलाज न किया जाए तो जान का जोखिम बढ़ जाता है।
मानसून के दौरान डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के मामले आम
मच्छर जनित बीमारियां जैसे डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया दिल्ली के लिए कोई नहीं बात नहीं है। बारिश के मौसम में हर साल इन बीमारियों के मामले सामने आते हैं। लेकिन इस साल ऐसी बीमारियों के मामले अधिक है। हालांकि शहर और देश में बड़े पैमाने पर पहले से ही कोविड-19 बीमारी से जूझ रहे हैं, इसलिए लोगों के लिए कुछ सावधानियों का पालन करना अधिक महत्वपूर्ण हो जाता है और ऐसी बीमारियों के जोखिम को कम करने के लिए अधिक देखभाल करना पड़ता है।
मलेरिया, डेंगू और चिकनगुनिया से बचने के लिए बरतें ये सावधानियां
इन दिनों लोग कोरोना के कारण कई तरह की सावधानियां बरत रहे हैं, जिनमें हाथ धोना, मास्क पहनना और सोशल डिस्टेंस शामिल हैं। लेकिन इसके अलावा डेंगू, मलेरिया जैसी बीमारियों के जोखिम को कम करने के लिए कुछ अन्य सावाधानियां भी बरती जानी चाहिए।
सिर्फ दिल्ली में कोविड-19 के 1.53 लाख से अधिक मामले सामने आए हैं और मरने वाले लोगों की संख्या 4000 के पार है। नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल के अनुसार, 31 जुलाई 2020 तक, 412 लोग H1N1 वायरस से भी संक्रमित हुए हैं, जिससे लोगों को स्वाइन फ्लू होता है। इस साल दिल्ली में डेंगू के मामलों में 91 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। वहीं मलेरिया के मामले 41 फीसदी बढ़ गया है, क्योंकि इस साल बीमारी के 34 मामले सामने आए हैं, जबकि पिछले साल इस समय 13 से 14 मामले सामने आए थे। बात करें चिकनगुनिया की तो जुलाई दिल्ली में इस बीमारी के 15 मामले सामने आए हैं, इसके बाद अगस्त में 11 मामले सामने आए।