बारिश के मौसम में डेंगू में मामले अक्सर सामने आते रहते हैं, यह बीमारी लोगों के बीच आम बन चुकी हैं। लेकिन इस बार डेंगू के मरीजों की संख्या काफी बढ़ गई है। कोरोना के दौर में ऐसी उम्मीद की जा रही थी कि हर साल की तुलना में इस साल डेंगू के मामले कम देखने को मिलेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इसके उलट डेंगू के मामले में काफी उछाल देखने को मिल रहा है। कोरोना से बचने के लिए लोग न सिर्फ साफ-सफाई बल्कि खानपान को लेकर खास सावधानियां बरत रहे हैं। इसके बावजूद डेंगू के मामले घटने के बजाय काफी बढ़ गए हैं।
इस साल डेंगू के मामले में 91 प्रतिशत की बढ़ोतरी
कोरोना की वजह से लोग न सिर्फ हाइजीन का ध्यान रख रहे हैं बल्कि हेल्दी डाइट भी फॉलो कर रहे हैं। इसके बावजूद डेंगू के मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिली है। एक्सपर्ट के मुताबिक पिछले साल दिल्ली में डेंगू के सिर्फ 11 मामले देखने को मिले थे जबकि 2020 में अगस्त के महीने में अब तक 21 मामले सामने आ चुके हैं। ऐसे में पिछले साल की तुलना में इस साल डेंगू के मामले पूरा 91 प्रतिशत ज्यादा है। वहीं अगस्त का अभी सिर्फ आधा महीने बीता है, ऐसे में आंशका लगाई जा रही है कि मामले आगे बढ़ भी सकते हैं। दूसरी तरफ यह मामले सिर्फ दिल्ली के हैं और बाकी राज्यों के आंकड़े सामने आने बाकी हैं।
डेंगू के कारण बढ़ सकती हैं मुसीबत
डेंगू में मरीज को काफी तेज बुखार होता है। यह बुखार मरीज को अंदर से कमजोर कर देता है। बुखार की वजह से मरीज के हड्डियों में काफी तेज दर्द होता है, यही वजह है कि इस बुखार हो 'हड्डीतोड़ बुखार' भी कहा जाता है। ऐसे में डेंगू की वजह से शरीर बहुत कमजोर है तो इस स्थिति में अगर व्यक्ति कोरोना संक्रमित के संपर्क में आ गए तो कोरोना से ग्रसित हो सकता है। एक बार कोरोना ग्रसित हो जाने पर व्यक्ति को इस बीमारी से निपटना मुश्किल हो सकता है। क्योंकि डेंगू की वजह से शरीर पहले से ही कमजोर है ऐसी स्थिति में कोरोना से लड़ना काफी मुश्किल हो जाएगा। इससे मरीज की जान की जोखिम का खतरा अधिक बढ़ जाएगा।
डेंगू से बचने के उपाय
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(डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए है, इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रुप में नहीं लिया जा सकता। कोई भी स्टेप लेने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श जरूर कर लें।)