बकरी का दूध दुनिया भर में सबसे अधिक पीया जाने वाला दूध है। दुनिया की 65 प्रतिशत से अधिक आबादी बकरी का दूध पीती है। बकरी के दूध को गाय के दूध का एक बेहतरीन विकल्प कहा जाता है क्योंकि यह आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर होता है, पचाने में आसान होता है और गाय के दूध से लैक्टोज में थोड़ा कम होता है। इसका दूध भी बेहद बहुमुखी है, इसका उपयोग पनीर, स्मूदी, डेसर्ट, साबुन और त्वचा देखभाल उत्पादों को बनाने के लिए किया जाता है। वहीं इस दूध का सेवन किसी भी मौसम में किया जा सकता है।
बकरी का दूध क्या है?
बकरी का दूध एक प्रकार का पोषक-सघन दूध है जो बकरियों से प्राप्त होता है। यह फैट, प्रोटीन, विटामिन और मिनरल जैसे विटामिन बी 6, विटामिन ए, कैल्शियम और फॉस्फोरस जैसे आवश्यक पोषक तत्वों का एक अच्छा स्रोत है। स्टडी से पता चला है कि बकरी के दूध में 25 प्रतिशत अधिक विटामिन बी 6, 47 प्रतिशत अधिक विटामिन ए और गाय के दूध की तुलना में 13 प्रतिशत अधिक कैल्शियम होता है। बकरी का दूध मीडियम-चैन फैटी एसिड में भी बना होता है और ये गुण इसमें सबसे अलग है जो स्वास्थ के लिए लाभदायक है। बकरी का दूध छोटे बच्चों के लिए भी सुरक्षित है। बकरी का दूध गाय के दूध की तुलना में अधिक गाढ़ा और क्रीमयुक्त होता है।
बकरी के दूध के फायदे:
-दिल की बीमारियों के लिए है सबसे अच्छा
बकरी के दूध मैग्नीशियम से भरपूर है तो इसका सेवन करने से दिल की बीमारियां खत्म हो जाती हैं। जर्नल ऑफ डेयरी साइंस में प्रकाशित 2005 के एक अध्ययन में पाया गया कि बकरी के दूध के सेवन से कोलेस्ट्रॉल का स्तर अच्छा होता है और खराब कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम हो जाता है।
-हड्डियों को रखता है मजबूत
बकरी का दूध कैल्शियम से भरपूर है और इसका सेवन करने से हड्डियां और दांत मजबूत रहते हैं। बकरी के दूध में गाय के दूध की तुलना में कैल्शियम की मात्रा अधिक होती है, इसलिए बकरी के दूध का सेवन आपके शरीर के लिए फायदेमंद है साथ ही ये ऑस्टियोपोरोसिस के खतरे को कम करेगा। इंटरनेशनल जर्नल ऑफ फार्मास्यूटिकल साइंसेज एंड रिसर्च में प्रकाशित एक स्टडी से पता चला है कि ताजा बकरी का दूध पीने से कैल्शियम का स्तर बढ़ता है और ऑस्टियोपोरोसिस के खतरे को रोकता है।
-सूजन को करता है कम
स्टडी से पता चला है कि बकरी के दूध में कुछ ऐसे गुण होते हैं जो सूजन से लड़ने में मदद कर सकते हैं। पशु स्टडी में पाया गया है कि बकरी के दूध में ऑलिगोसैकराइड्स होते हैं जो कोलाइटिस में एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रभाव प्रदर्शित करते हैं और इसलिए, सूजन का रोग खत्म करने में उपयोगी हो सकते हैं।
-एनीमिया को करता है ठीक
बकरी का दूध गाय के दूध से काफी बेहतर है क्योंकि उसमे आयरन की मात्रा अधिक होती है जो एनीमिया जैसी बीमारी को ठीक कर सकता है।
-पचाने में है आसान
बकरी के दूध में फैट की मात्रा कम होती है इसलिए ये आसानी से पच जाता है और इसे हर तरीके के लोग आसानी से पी सकते हैं।
-त्वचा को रखता है हेल्दी
बकरी का दूध विटामिन ए का एक अच्छा स्रोत है, यह विटामिन आपकी त्वचा को बेहतर बनाने, मुंहासों को कम करने और झुर्रियों को हटाने में मदद करता है। इसके अलावा, बकरी के दूध में लैक्टिक एसिड होता है, जो डेड स्किन को निकालता है और त्वचा को चमकता हुआ बनाता है।
-शिशुओं में पाचन समस्याओं को करता है कम
बकरी का दूध काफी हल्का होता है साथ ही उसमे फैट भी कम होता है। स्टडी से पता चला है कि जब बकरी का दूध शिशुओं को खिलाया जाता है, तो दस्त और कब्ज जैसी गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं खत्म हो जाती हैं।
क्या बकरी के दूध का कोई साइड इफेक्ट है?
स्टडी में बताया गया है कि बकरी का दूध एलर्जी गाय के दूध की एलर्जी से काफी अलग है लेकिन बकरी का दूध पीने से कोई हानि नहीं है और इसे कोई भी पी सकता है।
बकरी का दूध और गाय के दूध में फर्क
बकरी के दूध में गाय के दूध की तुलना में अधिक विटामिन बी 6, विटामिन ए और कैल्शियम होता है और स्टडी से पता चलता है कि बकरी के दूध में कुछ ऐसे पोषक तत्व होते हैं जो शरीर की क्षमता को बढ़ा देते हैं। दूसरी ओर, गाय का दूध अन्य खाद्य पदार्थों के साथ सेवन करने पर आयरन और कॉपर जैसे आवश्यक पोषक तत्व शरीर को प्रदान होते हैं। इसके अलावा, गाय के दूध की तुलना में बकरी का दूध लैक्टोज में कम होता है और इसलिए, जो लोग लैक्टोज को कम डाइजेस्ट कर पाते हैं। वे गाय के दूध से बेहतर बकरी के दूध को पचाने में सक्षम होते हैं।
बकरी के दूध का उपयोग कैसे करें?
-बकरी के दूध को सभी प्रकार के व्यंजनों में किसी भी प्रकार के दूध के लिए 1: 1 अनुपात में बदला जा सकता है।
-बकरी का दूध शेक और स्मूदी में अच्छी तरह से इस्तेमाल होता है।
-आप ओट्स, सूप और सॉस में बकरी का दूध मिला सकते हैं। डेसर्ट बनाने के लिए बकरी के दूध का उपयोग किया जा सकता है।